रांची: झारखंड विधानसभा बजट सत्र के अंतिम दिन अंचल में हो रहे जमीन से जुड़े मामले को लेकर विपक्षी दलों ने आवाज उठाई. भाजपा विधायक नीलकंठ सिंह मुंडा ने सदन में कहा कि जमीन से जुड़े कई ऐसे मामले हैं जिस पर अंचल अधिकारी जमीन के मालिकों के साथ अच्छा व्यवहार नहीं करते हैं.
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अधिकारियों की वजह से लोगों को हो रही दिक्कत
बीजेपी विधायक ने कहा कि पूरे प्रदेश में जमीन को लेकर कई मामले सामने आ रहे हैं जिसमें अंचल अधिकारियों के द्वारा जमीन के मालिकों के साथ व्यवहार जैसे मामले हैं. कई ऐसे मामलों में अंचल अधिकारियों की कोताही के कारण जमीन मालिकों को खामियाजा भुगतना पड़ता है. आजादी के बाद से अब तक कई ऐसे मामले हैं जिन पर त्रुटियां हैं लेकिन अंचल अधिकारी उसमें सुधार नहीं कर रहे.
सरकार के जवाब से भाजपा विधायक असंतुष्ट
सदन के बाहर पत्रकारों से बात करते हुए भाजपा विधायक ने कहा कि कई ऐसे मामले हैं जहां जमीन 20 डिसमिल है लेकिन रसीद में 25 डिसमिल लिखा हुआ है. इसके साथ ही पंजी में अलग चढ़ा हुआ. जमीन के कई मामलों में नाम गलत लिखा है. इसको लेकर भी कई बार विवाद होता है. जमीन मालिकों को इसके चलते अंचल के चक्कर लगाने पड़ते हैं. सरकार ने जो जवाब दिया है वह संतोषजनक नहीं है.