रांचीः जाति आधारित राजनीति पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बयान गुरुवार को आया है. जिसके तहत उन्होंने कहा है कि मेरे लिए सबसे बड़ी जाति नारी, युवा, किसान और गरीब हैं, जब तक इन चारों जातियों को मुश्किलों से उबार नहीं देता तब तक मैं चैन से नहीं बैठने वाला हूं. इन चार जातियों का उत्थान ही भारत को विकसित बनाएगा. अगर इन चारों जातियों का उत्थान हो जाएगा तो सबका उत्थान हो जाएगा.
पीएम मोदी का यह बयान राजनीतिक मायनों में काफी अहम माना जा रहा है. बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश सहित देश के विभिन्न राज्यों में जिस तरह से जाति आधारित राजनीति हावी रहा है और इसके जरिए राजनीतिक रोटी सेंकी जाती रही है, उसे एक नई सियासी हवा देने की कोशिश की गई है. हाल के दिनों में बीजेपी जाति आधारित राजनीति के खिलाफ मुखर हुई है, जिसका प्रमाण लगातार नेताओं के आ रहे बयान से देखने से मिल रहा है. बिहार में जाति आधारित जनगणना की मांग को ठुकराकर बीजेपी केंद्रीय नेतृत्व ने पहले ही साफ संकेत दे दिया है कि अब वो समय नहीं है जो जाति आधारित राजनीति को प्रमुखता दी जाए. ऐसे में पीएम ने जिस तरह से चार बड़े समूहों को चुनकर इन्हें प्राथमिकता सूची में रखी है, जो कहीं ना कहीं बड़ा मैसेज देने का काम है.
पीएम मोदी के बयान का झारखंड बीजेपी ने स्वागत कियाः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस बयान को अलग-अलग रूप में लोग देख रहे हैं. झारखंड बीजेपी ने पीएम के इस बयान का स्वागत करते हुए कहा है कि इन चार वर्गों के उत्थान से देश मजबूत होगा. भाजपा प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा है कि गरीबी की कोई जाति नहीं होता गरीब तो गरीब होता है गरीबों का उत्थान होगा तो वे राष्ट्र के मुख्य धारा से जुड़ेंगे. इसी तरह किसान अन्नदाता होते हैं अगर उनकी आय बढ़ेगी तो निश्चित रूप से देश प्रगति के रास्ते पर बढ़ेगा. महिला तो मां काली और दुर्गा की प्रतीक होती हैं इनको सम्मान देने से ऐसे भी देश का सम्मान बढ़ता है. जहां तक युवा की बात करें तो कोई भी राष्ट्र युवा शक्ति से ही चलता है. ऐसे में इन वर्गों को प्रोत्साहित करने से देश प्रगति के रास्ते पर बढ़ेगा.
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