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अनशन पर बैठे पारा मेडिकल कर्मियों से मिले झारखंड बीजेपी अध्यक्ष दीपक प्रकाश, कहा- निरंकुशता की हदें पार कर गई हेमंत सरकार - अनशन पर बैठे पारा मेडिकल कर्मियों की तबीयत

झारखंड बीजेपी अध्यक्ष दीपक प्रकाश शुक्रवार को अनशन पर बैठे पारा मेडिकल कर्मियों से मिलने राजभवन पहुंचे. इस दौरान उन्होने हेमंत सरकार को जमकर कोसा.

Deepak Prakash met para medical Staff
Deepak Prakash met para medical Staff
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Published : Jan 27, 2023, 9:14 PM IST

रांची: भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और सांसद दीपक प्रकाश शुक्रवार को राजभवन के पास आमरण अनशन पर बैठे अनुबंधित पारा चिकित्सा कर्मियों से मिलने पहुंचे. पारा चिकित्सा कर्मियों की समस्या जानने के बाद दीपक प्रकाश ने कहा कि हेमंत सरकार निरंकुशता की हदें पार कर दी है. उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव में वोट की खातिर झामुमो, कांग्रेस और राजद के महाठगबंधन ने लंबे चौड़े लोकलुभावन घोषणाएं की. जनता को मुंगेरीलाल के हसीन सपने दिखाए लेकिन आज एक भी घोषणा धरातल पर नहीं उतर रही है.

ये भी पढ़ें- रांची के राजभवन के समक्ष नर्सों और पारा मेडिकल कर्मियों का आमरण अनशन जारी, फिर एक कर्मी की तबीयत बिगड़ी, सदर अस्पताल में कराया गया भर्ती

उन्होंने कहा कि इस सरकार ने सबसे ज्यादा राज्य के युवाओं को ठगा है चाहे वे पारा शिक्षक हों या फिर पारा चिकित्साकर्मी. आज कई दिनों से अनुबंध पर नियुक्त महिला पुरुष पारा चिकित्सा कर्मी अपनी मांगों को लेकर खुले आसमान के नीचे कड़ाके की ठंड में आमरण अनशन कर रहे लेकिन सरकार चुप्पी साधे बैठी है. आज तक सरकार का कोई भी प्रतिनिधि अनशन कर्मियों से मुलाकात करने नही पहुंचा. मुख्यमंत्री खतियानी जोहार यात्रा का ढोंग कर रहे हैं. वहीं अपने आवास के बगल में राजभवन के समीप आमरण अनशन पर बैठे भाई बहनों से मुलाकात का उन्हें समय नहीं है. यहां तक की स्वास्थ्य मंत्री का एक बयान भी सुनने को लोग तरस रहे हैं कि पारा चिकित्सा कर्मियों की मांग पर सरकार क्या कर रही है. उन्होंने कहा कि भाजपा इन आंदोलनरत अनुबंध पारा चिकित्सा कर्मियों के साथ खड़ी है, जिन्होंने कोरोना काल में अपनी जान पर खेलकर जनता की सेवा की है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार अपने चुनाव पूर्व अपने वादों पर अमल करते हुए इनके नियमितीकरण की मांग पूरी करे.

हड़ताल की वजह से चरमराई स्वास्थ्य व्यवस्था: अनुबंध पर कार्यरत पारा मेडिकल कर्मियों और नर्सों की जारी हड़ताल का असर राज्य के सरकारी स्वास्थ्य व्यवस्था पर पड़ा है. राज्य भर के अस्पतालों में हर दिन बड़ी तादाद में मरीज बगैर इलाज के लौट रहे हैं. सभी जिलों में कोविड टीकाकरण बुरी तरह प्रभावित हुआ है. एक्सरे और पैथोलॉजिकल जांच नहीं हो पा रही है. डिस्ट्रिक्ट सदर हॉस्पिटल, पीएचसी, सीएचसी में वैक्सीनेशन के लिए बच्चों और डिलीवरी के लिए लाई गई महिलाओं को सबसे ज्यादा परेशानी हो रही है. इधर सरकार के वादाखिलाफी से नाराज स्वास्थ्य कर्मियों ने राजभवन के समक्ष मांगे मानी जाने तक आमरण अनशन जारी रखने का ऐलान किया है.

रांची: भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और सांसद दीपक प्रकाश शुक्रवार को राजभवन के पास आमरण अनशन पर बैठे अनुबंधित पारा चिकित्सा कर्मियों से मिलने पहुंचे. पारा चिकित्सा कर्मियों की समस्या जानने के बाद दीपक प्रकाश ने कहा कि हेमंत सरकार निरंकुशता की हदें पार कर दी है. उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव में वोट की खातिर झामुमो, कांग्रेस और राजद के महाठगबंधन ने लंबे चौड़े लोकलुभावन घोषणाएं की. जनता को मुंगेरीलाल के हसीन सपने दिखाए लेकिन आज एक भी घोषणा धरातल पर नहीं उतर रही है.

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उन्होंने कहा कि इस सरकार ने सबसे ज्यादा राज्य के युवाओं को ठगा है चाहे वे पारा शिक्षक हों या फिर पारा चिकित्साकर्मी. आज कई दिनों से अनुबंध पर नियुक्त महिला पुरुष पारा चिकित्सा कर्मी अपनी मांगों को लेकर खुले आसमान के नीचे कड़ाके की ठंड में आमरण अनशन कर रहे लेकिन सरकार चुप्पी साधे बैठी है. आज तक सरकार का कोई भी प्रतिनिधि अनशन कर्मियों से मुलाकात करने नही पहुंचा. मुख्यमंत्री खतियानी जोहार यात्रा का ढोंग कर रहे हैं. वहीं अपने आवास के बगल में राजभवन के समीप आमरण अनशन पर बैठे भाई बहनों से मुलाकात का उन्हें समय नहीं है. यहां तक की स्वास्थ्य मंत्री का एक बयान भी सुनने को लोग तरस रहे हैं कि पारा चिकित्सा कर्मियों की मांग पर सरकार क्या कर रही है. उन्होंने कहा कि भाजपा इन आंदोलनरत अनुबंध पारा चिकित्सा कर्मियों के साथ खड़ी है, जिन्होंने कोरोना काल में अपनी जान पर खेलकर जनता की सेवा की है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार अपने चुनाव पूर्व अपने वादों पर अमल करते हुए इनके नियमितीकरण की मांग पूरी करे.

हड़ताल की वजह से चरमराई स्वास्थ्य व्यवस्था: अनुबंध पर कार्यरत पारा मेडिकल कर्मियों और नर्सों की जारी हड़ताल का असर राज्य के सरकारी स्वास्थ्य व्यवस्था पर पड़ा है. राज्य भर के अस्पतालों में हर दिन बड़ी तादाद में मरीज बगैर इलाज के लौट रहे हैं. सभी जिलों में कोविड टीकाकरण बुरी तरह प्रभावित हुआ है. एक्सरे और पैथोलॉजिकल जांच नहीं हो पा रही है. डिस्ट्रिक्ट सदर हॉस्पिटल, पीएचसी, सीएचसी में वैक्सीनेशन के लिए बच्चों और डिलीवरी के लिए लाई गई महिलाओं को सबसे ज्यादा परेशानी हो रही है. इधर सरकार के वादाखिलाफी से नाराज स्वास्थ्य कर्मियों ने राजभवन के समक्ष मांगे मानी जाने तक आमरण अनशन जारी रखने का ऐलान किया है.

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