रांची: एक तरफ विधानसभा का सत्र चल रहा है तो दूसरी ओर राज्य भर में नियुक्ति की मांग को लेकर आंदोलन चल रहा है. इसी कड़ी में रांची के मोरहाबादी मैदान के समीप असिस्टेंट प्रोफेसर जो कि अनुबंध पर नियुक्त किए गए हैं, उन्होंने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर प्रदर्शन किया. वहीं दूसरी ओर जेपीएससी आंदोलनकारी अभ्यर्थियों का आंदोलन भी जारी है.
ये भी पढ़ें- JPSC Controversy पर गरमाई झारखंड की सियासत, सदन के बाहर से भीतर तक विपक्ष का हल्लाबोल
29 दिसंबर को झारखंड बंद
जेपीएससी सातवीं से लेकर दसवीं सिविल सेवा परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर अभ्यर्थियों का आंदोलन लगातार जारी है. रांची के मोरहाबादी स्थित गांधी प्रतिमा के सामने अभ्यर्थी आंदोलन कर रहे हैं. कुछ अभ्यर्थी धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. तो 2 अभ्यर्थी आमरण अनशन कर रहे हैं. आमरण अनशन कर रहे अभ्यर्थियों ने कहा कि 29 दिसंबर को झारखंड बंद का ऐलान किया गया है. राज्य के विभिन्न जिलों के अभ्यर्थी अपने अपने क्षेत्रों में इस बंद का समर्थन कर रहे हैं. राज्य भर में 29 दिसंबर को धरना प्रदर्शन होगा. जेपीएससी के खिलाफ उलगुलान शुरू हो चुका है और यह तब तक नहीं रुकेगा जब तक कि जेपीएससी परीक्षा रद्द नहीं करेगी.
झारखंड में अनुबंधित शिक्षकों का प्रदर्शन
दूसरी ओर मोरहाबादी मैदान की गांधी प्रतिमा के समक्ष ही अनुबंध पर नियुक्त किए गए शिक्षकों ने भी तख्तियां लेकर हेमंत सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया. इन शिक्षकों की मानें तो जेपीएससी बिना रोस्टर क्लियर किए हुए नियुक्ति कर रही है. जबकि झारखंड में अनुबंधित शिक्षकों को लगातार प्रताड़ित किया जा रहा है. ना तो इन्हें समय पर मानदेय दिया जाता है और ना ही इन शिक्षकों को इस राज्य में सम्मान ही मिल रहा है. जेपीएससी लगातार मनमाने तरीके से नियुक्ति कर रही है. लेकिन राज्य के अनुबंध शिक्षकों पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है. इस मामले को लेकर लगातार आंदोलन किया जा रहा है. इसके बावजूद इस और सुनवाई नहीं हो रही है.