रांचीः मानसून सत्र के दूसरे दिन झारखंड विधानसभा की कार्यवाही शुरू होने से पहले भारतीय जनता पार्टी के विधायकों ने विधानसभा परिसर में जमकर नारेबाजी की. इस दौरान हाथों में तख्ती लिए सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगा रहे भाजपा विधायकों ने सरकार को नियोजन नीति के मुद्दे पर घेरने की कोशिश की.
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विधानसभा परिसर में प्रदर्शन कर रहे भाजपा विधायक अनंत कुमार ओझा ने कहा कि हेमंत सरकार ने चुनाव के वक्त राज्य के युवाओं से यह वादा करके आई थी कि 5 लाख नौकरी देंगे मगर सत्ता में बैठते ही यह सरकार अपने इस चुनावी वादे को भूल गई. आज स्थिति यह है कि राज्य के युवा सड़कों पर हैं और आंदोलन कर रहे हैं.
हेमंत सरकार से इस्तीफा की मांगः सदन की कार्यवाही शुरू होने से ठीक पहले विधानसभा परिसर में प्रदर्शन और नारेबाजी कर रहे भाजपा विधायकों ने इस दौरान हेमंत सरकार से इस्तीफा देने की मांग कर दी. भाजपा विधायक अमित मंडल ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि नियोजन नीति के मुद्दे पर सरकार युवाओं को सिर्फ और सिर्फ ठगने का काम किया है.
राज्य में 26 हजार शिक्षकों की नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू की गई है, जिसमें कई तरह की खामियां हैं. एक तरफ राज्य में टेट परीक्षा नियमित रूप से नहीं हो रहा है, वहीं दूसरी ओर राज्य के सीटेट पास अभ्यर्थियों को मौका देने से वंचित किया गया है. उनके भविष्य के लिए सरकार को कोई चिंता नहीं है. ऐसे में विपक्ष में होने के नाते भारतीय जनता पार्टी चुप नहीं बैठेगी और यह मुद्दा मानसून सत्र के दौरान उठेगा और इसी को लेकर भाजपा विधायक सदन के बाहर प्रदर्शन कर रहे हैं. सदन के बाहर प्रदर्शन कर रहे भाजपा विधायकों में मुख्य सचेतक बिरंची नारायण, अमर कुमार बाउरी, नारायण दास, अमित मंडल, अनंत ओझा सहित कई विधायक शामिल रहे.