रांचीः राजधानी की महिला थाना प्रभारी और झारखंड आर्म्ड फोर्स -10 (Jharkhand Armed force) की आदिवासी महिला सिपाही से मारपीट का मामला पुलिस मुख्यालय तक पहुंच गया है. जेएएफ-10 में कार्यरत आदिवासी महिला सिपाही भरोषी पूर्ति ने रांची की महिला थाना प्रभारी और उनकी एक सहयोगी पर बेरहमी से मारने पीटने का आरोप लगाया है. महिला सिपाही ने इस मामले में रांची एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा से लिखित शिकायत की है. इसके साथ ही जेएएफ आईजी और जेएएफ-10 कमांडेंट से भी पूरे मामले में पत्राचार किया है.
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क्या है महिला सिपाही का आरोप
झारखंड आर्म्ड फोर्स -10 (Jharkhand Armed force) होटवार में तैनात महिला सिपाही ने एसएसपी को जानकारी दी है कि 25 मई को उन्होंने अपने पति रामकुमार के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी. उसके ठीक अगले दिन रामकुमार को महिला थाने बुलाया गया था, लेकिन महिला सिपाही को नहीं बुलाया गया. बकौल भरोषी पूर्ति 28 मई को महिला थानेदार के नंबर से फोन कर थाने आने को कहा गया. महिला सिपाही के मुताबिक 12 बजे वह थाने पहुंच गई थी. तकरीबन 2.30 बजे महिला थाने में दर्ज केस में उनकी काउंसिलिंग की शुरुआत हुई. महिला सिपाही ने आरोप लाया कि काउंसिलिंग के दौरान सिर्फ उससे ही सारे प्रश्न किए जा रहे थे. जबकि पति से कोई सवाल नहीं पूछा जा रहा था. ऐसे में महिला पुलिसकर्मी ने थानेदार के सामने विरोध किया. महिला सिपाही का आरोप है कि विरोध किए जाने के बाद महिला थानेदार ने दरवाजा बंद कर पति के सामने ही बुरी तरह पीटा.
रात में जाकर कराया इलाज
महिला सिपाही ने एसएसपी को बताया कि रात 10 बजे किसी तरह वह थाने से बाहर आई. इसके बाद सदर अस्पताल रांची जाकर अपना इलाज करवाया. एसएसपी और अन्य अधिकारियों को भेजे गए आवेदन के साथ महिला सिपाही ने मेडिकल रिपोर्ट और शरीर पर जख्मों के निशान की तस्वीर भी भेजी है.