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लंबित मांगों को लेकर राज्यभर की आंगनबाड़ी सेविकाओं ने भरी हुंकार, सहायक शिक्षिका का दर्जा देने की मांग - jharkhand news

रांची में झारखंड की आंगनबाड़ी सेविका और सहायिकाओं ने विशाल सम्मेलन किया. इस दौरान उन्होंने झारखंड सरकार से कई मांगें की. इस मौके पर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने उनकी मांगों को सरकार तक पहुंचाने की बात कही है.

Anganwadi workers conference in Ranchi
Anganwadi workers conference in Ranchi
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Published : Aug 10, 2023, 4:49 PM IST

Updated : Aug 10, 2023, 4:57 PM IST

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रांची: झारखंड के अलग-अलग जिले से आई आंगनबाड़ी सेविका और सहायिकाओं ने रांची में विशाल सम्मेलन कर अपनी पुरानी लंबित मांगों को पूरा करने की हुंकार भरी. झारखंड प्रदेश आंगनबाड़ी कर्मचारी सभा के बैनर तले कार्निवाल हॉल में आयोजित विशाल सम्मेलन में पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय और प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने भी भाग लिया.

यह भी पढ़ें: Jharkhand News: पलामू के चयनित आंगनबाड़ी केंद्रों में हाईटेक तरीके से होगी पढ़ाई, मंत्री जोबा मांझी ने की अभियान की शुरुआत

राज्य के अलग-अलग जिलों से आईं आंगनबाड़ी सेविका और सहायिकाओं की ओर से झारखंड प्रदेश आंगनबाड़ी कर्मचारी सभा की महासचिव सुंदरी तिर्की ने कहा कि वर्तमान हेमंत सोरेन की सरकार ने आंगनबाड़ी सेविका-सहायिकाओं का मानदेय जरूर बढ़ाया है. लेकिन जो मूल मांग है, उस पर ना पूर्व की सरकार ने कोई फैसला लिया था और ना ही वर्तमान सरकार ने. सुंदरी तिर्की ने कहा कि राज्य के भविष्य यानी हमारी अगली पीढ़ी को कुपोषण के मकड़जाल से निकालने में जो सेविका-सहायिका दीदी लगीं हैं, उनका और उनके परिवार का भविष्य अंधकारमय हो, यह ठीक नहीं. उन्होंने हेमंत सोरेन सरकार से एक दिवसीय राज्यस्तरीय सम्मेलन के द्वारा प्रस्ताव पारित कराकर चार सूत्री मांग की है.

ये हैं मुख्य मांगें: सुंदरी तिर्की ने कहा कि हमारी पहली मांग है कि राज्य भर की आंगनबाड़ी सेविका और सहायिका को सरकार राज्य कर्मी का दर्जा दे. सेविका को प्रारंभिक शिक्षिका का और सहायिका को चतुर्थश्रेणी कर्मी का दर्जा सरकार दे. इसके साथ-साथ अनुकंपा पर दी जाने वाली नौकरी के लिए जो प्रावधान सेविका-सहायिका के लिए तय किया गया है, उसे और सरल बनाएं. केंद्र सरकार से मिलने वाली सहायता राशि के लिए राज्य सरकार अपने स्तर से पहल करे. ताकि आंगनबाड़ी केंद्र में बच्चों को मिल रही सुविधाएं प्रभावित ना हों. साथ ही पोषाहार की राशि की खरीद बाजार मूल्य पर करने की अनुमति सरकार दे. क्योंकि आज महंगाई में सभी चीजों का दाम बढ़ गया है और सरकार ने जो दर निर्धारित कर रखा है, वह काफी पहले का है.

केंद्र सरकार की नीति की वजह से परेशानी- राजेश ठाकुर: झारखंड प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष और सरकार के कोआर्डिनेशन कमेटी के सदस्य राजेश ठाकुर ने कहा कि आंगनबाड़ी सेविका-सहायिकाओं के लिए हेमंत सोरेन की सरकार बहुत कुछ करना चाहती है. लेकिन केंद्र की सरकार हमें सहयोग नहीं कर रही है. उन्होंने कहा कि आज की सभा मे जो-जो प्रस्ताव पारित होगा. उसे राज्य सरकार के पास ले जाने का वह काम करेंगे. वहीं पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय ने कहा कि आंगनबाड़ी सेविकाओं की मांग जायज है और कांग्रेस उनके हर मांग के साथ खड़ी है.

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रांची: झारखंड के अलग-अलग जिले से आई आंगनबाड़ी सेविका और सहायिकाओं ने रांची में विशाल सम्मेलन कर अपनी पुरानी लंबित मांगों को पूरा करने की हुंकार भरी. झारखंड प्रदेश आंगनबाड़ी कर्मचारी सभा के बैनर तले कार्निवाल हॉल में आयोजित विशाल सम्मेलन में पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय और प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने भी भाग लिया.

यह भी पढ़ें: Jharkhand News: पलामू के चयनित आंगनबाड़ी केंद्रों में हाईटेक तरीके से होगी पढ़ाई, मंत्री जोबा मांझी ने की अभियान की शुरुआत

राज्य के अलग-अलग जिलों से आईं आंगनबाड़ी सेविका और सहायिकाओं की ओर से झारखंड प्रदेश आंगनबाड़ी कर्मचारी सभा की महासचिव सुंदरी तिर्की ने कहा कि वर्तमान हेमंत सोरेन की सरकार ने आंगनबाड़ी सेविका-सहायिकाओं का मानदेय जरूर बढ़ाया है. लेकिन जो मूल मांग है, उस पर ना पूर्व की सरकार ने कोई फैसला लिया था और ना ही वर्तमान सरकार ने. सुंदरी तिर्की ने कहा कि राज्य के भविष्य यानी हमारी अगली पीढ़ी को कुपोषण के मकड़जाल से निकालने में जो सेविका-सहायिका दीदी लगीं हैं, उनका और उनके परिवार का भविष्य अंधकारमय हो, यह ठीक नहीं. उन्होंने हेमंत सोरेन सरकार से एक दिवसीय राज्यस्तरीय सम्मेलन के द्वारा प्रस्ताव पारित कराकर चार सूत्री मांग की है.

ये हैं मुख्य मांगें: सुंदरी तिर्की ने कहा कि हमारी पहली मांग है कि राज्य भर की आंगनबाड़ी सेविका और सहायिका को सरकार राज्य कर्मी का दर्जा दे. सेविका को प्रारंभिक शिक्षिका का और सहायिका को चतुर्थश्रेणी कर्मी का दर्जा सरकार दे. इसके साथ-साथ अनुकंपा पर दी जाने वाली नौकरी के लिए जो प्रावधान सेविका-सहायिका के लिए तय किया गया है, उसे और सरल बनाएं. केंद्र सरकार से मिलने वाली सहायता राशि के लिए राज्य सरकार अपने स्तर से पहल करे. ताकि आंगनबाड़ी केंद्र में बच्चों को मिल रही सुविधाएं प्रभावित ना हों. साथ ही पोषाहार की राशि की खरीद बाजार मूल्य पर करने की अनुमति सरकार दे. क्योंकि आज महंगाई में सभी चीजों का दाम बढ़ गया है और सरकार ने जो दर निर्धारित कर रखा है, वह काफी पहले का है.

केंद्र सरकार की नीति की वजह से परेशानी- राजेश ठाकुर: झारखंड प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष और सरकार के कोआर्डिनेशन कमेटी के सदस्य राजेश ठाकुर ने कहा कि आंगनबाड़ी सेविका-सहायिकाओं के लिए हेमंत सोरेन की सरकार बहुत कुछ करना चाहती है. लेकिन केंद्र की सरकार हमें सहयोग नहीं कर रही है. उन्होंने कहा कि आज की सभा मे जो-जो प्रस्ताव पारित होगा. उसे राज्य सरकार के पास ले जाने का वह काम करेंगे. वहीं पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय ने कहा कि आंगनबाड़ी सेविकाओं की मांग जायज है और कांग्रेस उनके हर मांग के साथ खड़ी है.

Last Updated : Aug 10, 2023, 4:57 PM IST
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