रांचीः "नशा का हुआ जो शिकार, उजड़ा उसका घर परिवार" यह स्लोगन बहुत पहले दीवारों पर लिखा हुआ दिखाई देता था. वर्तमान में बहुत कम ही या नहीं के बराबर देखने को मिलता है. नशेड़ियों को नशा से मुक्ति दिलाने के लिए और उसे रोजगार दिलाने के लिए झारखंड लीगल सर्विस अथॉरिटी ने बीड़ा उठाया है, इसके लिए झालसा ने चेतना नामक महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट शुरू किया है.
सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर झारखंड लीगल सर्विस अथॉरिटी के सौजन्य से राज्य भर में नशेड़ी व्यक्ति को चिन्हित कर नशा मुक्ति कराकर उसे रोजगार से जोड़ा जाएगा. इसके लिए झालसा ने राज्य के सभी जिला में टीम का गठन किया जा रहा है, टीम के सदस्यों में शामिल और पीएलबी अपने क्षेत्र के नशे की लत वाले व्यक्तियों को चिन्हित करेंगे और इसकी सूचना गठित टीम को देंगे. टीम वहां की उस सूचना से झालसा को अवगत कराएगी. उसके बाद उसे नशा मुक्त करा कर रोजगार उपलब्ध कराएगा. नए वर्ष में नशे की लत वाले व्यक्तियों को नशा मुक्त करने के काम में तेजी लाई जाएगी.
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जल्द ही नशा मुक्त होगा झारखंड
झारखंड लीगल सर्विस अथॉरिटी के सदस्य सचिव ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट के दिशा निर्देश के बाद झारखंड राज्य विधिक सेवा के कार्यकारी अध्यक्ष न्यायाधीश हरीश चंद्र मिश्रा के आदेश से राज्यभर में कमिटी का गठन किया जाना प्रारंभ कर दिया है. शीघ्र ही नशा के लत में पड़े व्यक्ति को या परिवार को चिन्हित कर नशेड़ी को नशा मुक्त करवाया जाएगा और उसे रोजगार से भी जोड़ा जाएगा.