रांची: झारखंड में अपना जनाधार बढ़ाने के लिए जनता दल यूनाइटेड लगातार प्रयासरत है. इसी को लेकर जेडीयू की झारखंड इकाई ने अपने वरिष्ठ पदाधिकारियों की सहमति से प्रदेश कार्यकारी, कार्यसमिति सदस्य और जिला अध्यक्षों के नाम की घोषणा की है और सभी नए पद पर लोगों को जिम्मेदारियों के साथ पार्टी को अपने-अपने क्षेत्रों में मजबूत करने का दिशा निर्देश दिया है.
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हिमाचल प्रदेश की तर्ज पर मूलवासियों को चुनाव लड़ने का हो प्रावधान: जेडीयू के राष्ट्रीय महासचिव प्रवीण सिंह ने बताया कि जेडीयू अपने एजेंडा के माध्यम से सरकार से यह मांग करता है कि यहां के मूलवासियों को भी चुनावी प्रक्रिया में शामिल होने की अनुमति दी जाए. उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से आदिवासी यहां के मूल निवासी हैं, उसी प्रकार से अन्य वर्ग व समाज के लोग भी यहां पर मूलवासी के रूप में रह रहे हैं. इसलिए हर जिले के दो विधानसभा क्षेत्रों में मूल वासियों को भी चुनाव लड़ने की अनुमति दी जाए. हिमाचल प्रदेश की तर्ज पर झारखंड में भी मूलवासियों को चुनावी प्रक्रिया में शामिल किया जाए. ताकि वह अपने क्षेत्र में चुनाव लड़ कर लोगों की मदद कर सकें.
जमीन सर्वे करें दुरुस्त: उन्होंने झारखंड में सही तरीके से जमीन सर्वे की भी मांग की. उन्होंने बताया कि कुछ वर्ष पहले जमीन सर्वे में जितनी जमीन लोगों को दी गई थी, नए सर्वे में उन लोगों के पास से वह जमीन कम हो गई हैं, तो कुछ लोगों को उनके खतियान के हिसाब से ज्यादा जमीन मिल गई है. जमीन सर्वे की इस अनियमितता पर सरकार को विचार करने की जरूरत है.
बोकारो के पूर्व जिला अध्यक्ष के वीडियो वायरल मामले पर कार्रवाई की कही बात: वहीं पिछले दिनों बोकारो जिले के पूर्व जिला अध्यक्ष मयंक सिंह का एके-47 चलाते हुए वीडियो वायरल होने के मामले पर महासचिव प्रवीण सिंह ने कहा कि पूरे मामले की पार्टी स्तर पर जांच की जा रही है. उन्होंने बताया कि पूरे मामले की जानकारी बोकारो पुलिस को भी दी गई है. यदि बोकारो पुलिस कुछ कानूनी कार्रवाई करती है तो उसके बाद पार्टी भी कार्रवाई अवश्य करेगी.
यूपी चुनाव में अकेले चुनाव लड़ने की जेडीयू को कसक: यूपी चुनाव में भी अपना जनाधार बढ़ाने को लेकर जनता दल यूनाइटेड राष्ट्रीय महासचिव प्रवीण सिंह ने कहा कि हमारी पार्टी चाहती थी कि हम गठबंधन के साथ चुनाव लड़ें, लेकिन सहमति नहीं बनने के कारण हम अकेले दम पर लड़ रहे हैं. करीब 50 से ज्यादा सीटों पर हम लोग चुनाव लड़ रहे हैं. उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश में पार्टी सिर्फ सरकार में शामिल होने के लिए चुनाव नहीं लड़ रही है, बल्कि जनता और सरकार के बीच एक बेहतर समन्वय बनाने का भी काम करेगी.