रांची: विधानसभा चुनाव के बाद एक तरफ सरकार में आए गठबंधन की पार्टियां अपनी जिम्मेदारी को पूरा करने के लिए बैठक कर रही है. तो वहीं दूसरी तरफ बुरी तरह मुंह की खाई जेडीयू अपनी हार को लेकर कार्यकर्ताओं के साथ समीक्षा बैठक करते नजर आई. इसे लेकर झारखंड जेडीयू ने डिबडीह स्थित प्रदेश कार्यालय में प्रदेश अध्यक्ष सलखान मुर्मू और झारखंड के सह प्रभारी अरुण कुमार के नेतृत्व में राज्य के कई जिलों से आए कार्यकर्ताओं के साथ हार को लेकर चर्चा की.
छोटी पार्टियों को लोगों ने नकारा
इस समीक्षा बैठक के बाद जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष सालखन मुर्मू ने बताया कि इस बार चुनाव में करारी हार के बाद पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं को काफी दुख है. इसके साथ ही उन्होंने हार की वजह बताते हुए कहा झारखंड में बाइपोलर इलेक्शन हो जाने की वजह से लोगों ने सिर्फ बीजेपी और जेएमएम को चुनने का काम किया और छोटी पार्टियां को लोगों ने पसंद नहीं किया.
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तय की जाएगी नई जिम्मेदारी
सालखन मुर्मू ने आगे बताया कि संगठन मजबूत नहीं रहने के कारण और पार्टी में कुव्यवस्था और कई कमियां होने की वजह से भी जेडीयू लोगों तक नहीं पहुंच पाई, वहीं प्रदेश अध्यक्ष अपनी हार पर मरहम लगाते हुए कहते हैं कि भले ही हमारी जीत नहीं हुई हो लेकिन चुनाव के दौरान पार्टी का प्रचार प्रसार जरूर हुआ है. झारखंड जेडीयू के सह प्रभारी अरुण कुमार ने बताया कि चुनाव में हार के बाद हमारी पार्टी के कार्यकर्ता कहीं से भी विचलित नहीं हुए हैं. चुनाव के बाद आज पहली बैठक की गई है, सभी जिले के प्रत्याशी और कार्यकर्ताओं को बुलाकर चर्चा किया गया है. इसके बाद अन्य बैठ कर पार्टी को झारखंड में मजबूती से खड़ा करने के लिए कार्यकर्ताओं को फिर से जिम्मेदारी दी जायेगी.
पार्टी की कुव्यवस्थाओं को समाप्त करना लक्ष्य
बता दें कि झारखंड में जेडीयू की बुरी तरह हार हो जाने के बाद पार्टी की कुव्यवस्थाओं को समाप्त करना और कार्यकर्ताओं में फिर से आत्मविश्वास लाना शीर्ष नेतृत्व के लिए बड़ी चुनौती होगी. इस मौके पर प्रदेश अध्यक्ष सालखन मुर्मू और सह प्रभारी अरुण कुमार के अलावा पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता श्रवण कुमार, निशा भगत, आशा देवी प्रवीण सिंह, अंजली सिंह सहित जेडीयू के कई कार्यकर्ता और नेता मौजूद रहे.