रांची: झारखंड में विधानसभा चुनाव के करीब आते ही राज्य की सभी राजनीतिक पार्टियां सक्रिय हो गई हैं. एक तरफ भारतीय जनता पार्टी चुनावी रैली में जा रही है तो दूसरी ओर विपक्षी पार्टी जेएमएम भी चुनावी सभाओं को संबोधित कर रहे हैं. इन सब को देखते हुए जनता दल यूनाइटेड भी जनता के बीच जाकर नए विकल्प के रूप में खुद को साबित करने में जुटी है.
जन भावना यात्रा की दूसरी फेज
आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर जन भावना यात्रा की जानकारी देते हुए जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष सालखन मुर्मू ने बताया कि जन भावना यात्रा की पहली फेज पलामू प्रमंडल से 12 सितंबर को किया गया. वहीं, 25 सितंबर से जन भावना यात्रा की दूसरी फेज में उत्तरी दक्षिणी छोटानागपुर में लोगों के बीच जेडीयू पार्टी जाने का काम कर रही हैं और तीसरी फेज में 10 अक्टूबर से संथाल परगना इलाकों में जेडीयू जनता के बीच जाएगी.
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सरकारी विद्यालयों से बच्चे की संख्या हो रही हैं कम
जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष सालखन मुर्मू ने बीजेपी पर हमला करते हुए कहा कि पिछले कुछ सालों में झारखंड के सरकारी विद्यालयों से बच्चे की संख्या कम हो रही है. वहीं, प्राइवेट स्कूलों में संख्या बढ़ रही है, इससे यह स्पष्ट होता है कि सरकार शिक्षा के क्षेत्र में विफल है. उन्होंने बीजेपी पर हमला करते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी को लेकर झारखंड की जनता में भय का माहौल बना हुआ है.
मुर्मू ने कहा कि बीजेपी सीएनटी-एसपीटी एक्ट को तोड़ना चाहती है और राज्य में अल्पसंख्यक वर्ग को बीजेपी समाप्त करना चाहती है, जिससे झारखंड के आदिवासी और मुसलमान लोगों में डर का माहौल है. वहीं, उन्होंने पिछले दिनों आंगनबाड़ी सेविकाओं पर सरकार की ओर से किए गए लाठीचार्ज को लेकर निंदा की है.
जेएमएम पर भी हमला
सालखन मुर्मू ने जेएमएम पर भी हमला करते हुए कहा कि पिछले 19 सालों में झारखंड मुक्ति मोर्चा के शिबू सोरेन और हेमंत सोरेन चार बार मुख्यमंत्री के पद पर रहे हैं, लेकिन इसके बावजूद भी आदिवासियों और अल्पसंख्यकों का विकास एक बेहतर स्तर पर नहीं हो पाया है. इसीलिए जन भावना यात्रा के माध्यम से हम जनता के बीच जाकर यह संदेश दे रहे हैं कि इस बार जनता जेडीयू को एक नया विकल्प के रूप में चुने, ताकि बिहार की तरह झारखंड में भी नीतीश कुमार के नेतृत्व में विकास की गाथा लिखी जा सके.