रांची: बकाया बिजली बिल वसूली को लेकर झारखंड बिजली वितरण निगम एक्शन में है. जेबीवीएनएल ने एचईसी सहित बड़े बकायादारों को नोटिस जारी कर बकाया बिजली बिल नहीं देने पर बिजली कनेक्शन काटने की धमकी दी है. रांची डिवीजन में फिलहाल 88 डिफॉल्टर हैं, ऐसे में अब बिजली बिल का भुगतान न करने पर इनकी बिजली आपूर्ति रोकी जा सकती है.
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बकायादारों को नोटिसः बिजली बिल बकाया वसूली को लेकर झारखंड बिजली वितरण निगम एक्शन में है. इस कड़ी में वित्तीय कमी से जूझ रहे झारखंड बिजली वितरण निगम ने बड़े बकायदारों पर कार्रवाई करने का निर्णय लिया है. विभाग द्वारा एचईसी सहित वैसे बकायादारों को नोटिस भेजा है जिनके ऊपर एक लाख से ज्यादा का बिजली बिल बकाया है. विभाग ने इसके लिए रांची सहित राज्य के अन्य जिलों में विशेष अभियान चलाकर राजस्व वसूली पर जोर दिया गया है.
इनकी गुल हो सकती है बत्तीः रांची प्रक्षेत्र के कार्यपालक अभियंता दिनेश्वर कुमार सिंह के अनुसार ऐसे उपभोक्ता जिन पर एक लाख से ज्यादा का बिजली बिल बकाया है उन्हें चिन्हित कर नोटिस भेजा गया है. रांची डिवीजन में करीब 600 एचटी कन्ज्यूमर हैं जिसमें से 88 डिफॉल्टर हैं. ऐसे उपभोक्ताओं के बिजली बिल जमा नहीं करने पर लाइन काटने का स्पष्ट निर्देश जेई को दिया गया है.
एचईसी पर है 160 करोड़ बकायाः वित्तीय घाटे को कम करने के लिए जेबीवीएनएल ने राजस्व संग्रह पर जोर देना शुरू कर दिया है. इसके तहत बड़े बकायादारों को चिन्हित कर कार्रवाई करने की तैयारी की गई है. इस सूची का बड़ा बकायेदार एचईसी है, जिस पर बिजली विभाग का 160 करोड़ बकाया है. जेबीवीएनएल ने एचईसी को बिजली बिल जमा करने को कहा है. बिजली विभाग द्वारा नोटिस मिलने के बाद एचईसी से विभाग की बातचीत हुई है.
रांची प्रक्षेत्र में 800 करोड़ का बकायाः कार्यपालक अभियंता दिनेश्वर कुमार सिंह ने बताया कि एचईसी यदि किश्तों में भी बकाया भुगतान कर देती है तो विभाग को स्वीकार होगा. उन्होंने कहा कि यदि बिल जमा नहीं होता है तो बिजली काटना हमारी मजबूरी हो जाएगी. अब तक रांची प्रक्षेत्र में चल रहे अभियान में 67 करोड़ की वसूली हुई है. आकलन में जुटे विभाग के अधिकारियों की मानें तो रांची प्रक्षेत्र में आठ सौ करोड़ से अधिक बकाया है.
कार्यपालक अभियंता ने बताया कि राजस्व वसूली के लिए हर जेई के अधीन तीन कर्मियों को राजस्व वसूली के लिए लगाया गया है. राजस्व वसूली में लगे कर्मियों को वसूली गैंग के रूप में पुकारा जाता है हालांकि इस तरह का कोई पद विभाग में नहीं है.