रांचीः झारखंड विधानसभा का बजट सत्र की कार्यवाही शुरू होते ही जामताड़ा नाव हादसा का मामला उठा. विधायक इरफान अंसारी ने सदन को सूचना दी और कहा कि 23 लोग एक नाव में सवार थे. इसमें सिर्फ चार लोग ही बाहर आए हैं. बाकी लोग डूब गए हैं. उन्होंने सभी पीड़ित परिवारों को मुआवजा देने की मांग की है. वहीं, विधायक अपर्णा सेनगुप्ता ने कहा कि अगर पुल बन जाएगा तो लोगों को नांव से सवारी करने की जरूरत नहीं होगी.
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कांग्रेस के विधायक इरफान अंसारी ने कहा कि पिछले 18 वर्षों से झारखंड में बीजेपी राज करती रही है. लेकिन दुर्भाग्य है कि सरकार ने कभी भी पुल बनाने का काम नहीं किया. उन्होंने कहा कि हेमंत सरकार इस पर विचार कर रही है. पथ निर्माण विभाग इस पुल को बनाने का काम करेगी. विधायक ने कहा कि राज्य में गठबंधन की सरकार है और जनहित के मुद्दों पर गंभीरता से काम कर रही है. अब बराकर नदी पर शीघ्र पुल बनेगा, ताकि दोबारा इस तरह की घटना नहीं हो सके. उन्होंने बिहार की तर्ज पर पीड़ित परिवार को छह-छह लाख रुपये मुआवजा देने की मांग की है. इसके लेकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाकात भी की है.
बीजेपी विधायक अपर्णा सिंह गुप्ता ने कहा कि बराकर नदी पर निर्माणाधीन पुल दो विधानसभा को जोड़ रही है. लेकिन इसके बावजूद झारखंड सरकार इस पर उदासीन रवैया दिखा रही है. उन्होंने कहा कि पुल बनाने की मांग को लेकर सदन से लेकर बाहर तक आंदोलन की है. इसके बावजूद परिणाम शून्य है. उन्होंने कहा कि बराकर नदी में गुरुवार की शाम नाव पलट गई, जिसमें दर्जनों लोग लापता है. उन्होंने कहा कि पुल बन गया होता तो आज इतना बड़ा हादसा नहीं होता.