ETV Bharat / state

NIA ने टेरर फंडिंग केस में गुजरात के व्यवसायी को भेजा जेल, तीन दिन तक का रिमांड भी लिया

नक्सली संगठन के टेरर फंडिंग मामले मे एनआईए ने व्यवसायी नवीन भाई जयंति भाई पटेल को जेल भेज दिया है. नवीन भाई को एनआईए ने रिमांड पर लेने के लिए भी कोर्ट को आवेदन दिया था, जिसके लिए उन्हें इजाजत दे दी गई.

गुजरात के व्यवसायी को जेल
author img

By

Published : Aug 1, 2019, 11:17 PM IST

रांची: पीएलएफआई के टेरर फंडिंग मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी(एनआईए) ने गुजरात के व्यवसायी नवीन भाई जयंति भाई पटेल को गुरूवार शाम जेल भेज दिया. जेल भेजने के बाद एनआईए की टीम ने नवीन पटेल को रिमांड पर लेने के लिए कोर्ट में आवेदन दिया था. कोर्ट ने आवेदन पर सुनवाई करते हुए नवीन पटेल को 3 दिन के रिमांड पर एनआईए को शुक्रवार से ले जाने की इजाजत दे दी.

एनआईए कार्यालय में हुई पूछताछ
गुरुवार को नवीन भाई पटेल से एनआईए ने कैंप कार्यालय सेक्टर दो में दिन भर पूछताछ की. इसके बाद शाम चार बजे एनआईए के अधिकारी नवीन भाई जयंति भाई पटेल को लेकर एनआईए कोर्ट पहुंचे. कोर्ट में पेशी के बाद एनआईए अधिकारी खुद व्यवसायी नवीन भाई को लेकर बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा पहुंचे. बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा में जेल में बंद सुमंत गोप के आमने - सामने बैठाकर भी नवीन भाई से एनआईए के अधिकारियों ने जानकारी जुटाई.

इसे भी पढ़ें:- पहले तलाक, फिर हलाला और फिर तलाक, सुनिए दर्द की कहानी पीड़िता की जुबानी

गौरतलब है कि एनआईए ने टेरर फंडिंग के मामले में 27, 28 और 29 जुलाई को दिन भर नवीन भाई पटेल से पूछताछ की थी. पूछताछ के बाद गिरफ्तारी के डर से 29 की शाम ही नवीन भाई पटेल रहस्यमय परिस्थितियों में गायब हो गए थे. बुधवार को मुंबई से उन्होंने परिजनों को फोन किया था. जिसके बाद उन्हें रांची लाया गया था. रांची लाए जाने के बाद बुधवार शाम से ही एनआईए ने नवीन भाई को अपनी हिरासत में ले लिया था.

परिजन भी गुजरात से आए रांची
गुरुवार को नवीन भाई जयंति भाई पटेल के रिश्तेदार भगवान भाई पटेल समेत अन्य लोग रांची आए. परिजनों ने एनआईए कैंप कार्यालय में एनआईए अधिकारियों से बात की, हालांकि अधिकारियों ने परिजनों को नवीन से मिलने नहीं दिया. उनके परिजन देर शाम तक मुलाकात की उम्मीद में एनआईए कार्यालय में भी बैठे रहे.

पीएलएफआई के निवेशक सुमंत के कहने पर किया था पैसों का निवेश
गुजरात के टिंबर व्यवसायी नवीन भाई पटेल बीते कुछ सालों से दिल्ली में रहकर लाइजनिंग का काम करते थे. इसी दौरान पीएलएफआई के निवेशक सुमंत साव के पैसों का निवेश कराया गया था. गौरतलब है कि नोटबंदी के दौरान पीएलएफआई के 25 लाख रूपये बेड़ो से बरामद किए गए थे. पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप ने 10 नवंबर 2016 को ये पैसे एक पेट्रोल पंप संचालक को भिजवाया था. कांड के अनुसंधान में एनआईए ने निवेशक सुमंत साव, जितेंद्र सिंह को हाल में गिरफ्तार किया था. सुमंत लेवी के पैसों का निवेश शेल कंपनियों व पावर प्लांट लगाने के नाम पर कर रहा था. अब एनआईए की टीम इस मामले को लेकर नवीन भाई पटेल से 3 दिनों तक पूछताछ करेगी. इसके लिए नवीन को रिमांड पर लेने के लिए अर्जी कोर्ट के द्वारा मान ली गई है.

रांची: पीएलएफआई के टेरर फंडिंग मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी(एनआईए) ने गुजरात के व्यवसायी नवीन भाई जयंति भाई पटेल को गुरूवार शाम जेल भेज दिया. जेल भेजने के बाद एनआईए की टीम ने नवीन पटेल को रिमांड पर लेने के लिए कोर्ट में आवेदन दिया था. कोर्ट ने आवेदन पर सुनवाई करते हुए नवीन पटेल को 3 दिन के रिमांड पर एनआईए को शुक्रवार से ले जाने की इजाजत दे दी.

एनआईए कार्यालय में हुई पूछताछ
गुरुवार को नवीन भाई पटेल से एनआईए ने कैंप कार्यालय सेक्टर दो में दिन भर पूछताछ की. इसके बाद शाम चार बजे एनआईए के अधिकारी नवीन भाई जयंति भाई पटेल को लेकर एनआईए कोर्ट पहुंचे. कोर्ट में पेशी के बाद एनआईए अधिकारी खुद व्यवसायी नवीन भाई को लेकर बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा पहुंचे. बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा में जेल में बंद सुमंत गोप के आमने - सामने बैठाकर भी नवीन भाई से एनआईए के अधिकारियों ने जानकारी जुटाई.

इसे भी पढ़ें:- पहले तलाक, फिर हलाला और फिर तलाक, सुनिए दर्द की कहानी पीड़िता की जुबानी

गौरतलब है कि एनआईए ने टेरर फंडिंग के मामले में 27, 28 और 29 जुलाई को दिन भर नवीन भाई पटेल से पूछताछ की थी. पूछताछ के बाद गिरफ्तारी के डर से 29 की शाम ही नवीन भाई पटेल रहस्यमय परिस्थितियों में गायब हो गए थे. बुधवार को मुंबई से उन्होंने परिजनों को फोन किया था. जिसके बाद उन्हें रांची लाया गया था. रांची लाए जाने के बाद बुधवार शाम से ही एनआईए ने नवीन भाई को अपनी हिरासत में ले लिया था.

परिजन भी गुजरात से आए रांची
गुरुवार को नवीन भाई जयंति भाई पटेल के रिश्तेदार भगवान भाई पटेल समेत अन्य लोग रांची आए. परिजनों ने एनआईए कैंप कार्यालय में एनआईए अधिकारियों से बात की, हालांकि अधिकारियों ने परिजनों को नवीन से मिलने नहीं दिया. उनके परिजन देर शाम तक मुलाकात की उम्मीद में एनआईए कार्यालय में भी बैठे रहे.

पीएलएफआई के निवेशक सुमंत के कहने पर किया था पैसों का निवेश
गुजरात के टिंबर व्यवसायी नवीन भाई पटेल बीते कुछ सालों से दिल्ली में रहकर लाइजनिंग का काम करते थे. इसी दौरान पीएलएफआई के निवेशक सुमंत साव के पैसों का निवेश कराया गया था. गौरतलब है कि नोटबंदी के दौरान पीएलएफआई के 25 लाख रूपये बेड़ो से बरामद किए गए थे. पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप ने 10 नवंबर 2016 को ये पैसे एक पेट्रोल पंप संचालक को भिजवाया था. कांड के अनुसंधान में एनआईए ने निवेशक सुमंत साव, जितेंद्र सिंह को हाल में गिरफ्तार किया था. सुमंत लेवी के पैसों का निवेश शेल कंपनियों व पावर प्लांट लगाने के नाम पर कर रहा था. अब एनआईए की टीम इस मामले को लेकर नवीन भाई पटेल से 3 दिनों तक पूछताछ करेगी. इसके लिए नवीन को रिमांड पर लेने के लिए अर्जी कोर्ट के द्वारा मान ली गई है.

Intro:एनआईए ने पीएलएफआई टेरर फंडिंग केस में गुजरात के व्यवसायी को भेजा जेल ,तीन दिन का रिमांड भी लिया

राँची।

पीएलएफआई के टेरर फंडिंग मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी(एनआईए) ने गुजरात के व्यवसायी नवीन भाई जयंति भाई पटेल को गुरूवार शाम जेल भेज दिया। जेल भेजने के बाद एनआईए की टीम ने नवीन पटेल को रिमांड पर लेने के लिए कोर्ट में आवेदन दिया कोर्ट ने आवेदन पर सुनवाई करते हुए नवीन पटेल को 3 दिन के रिमांड पर एनआईए को शुक्रवार से ले जाने की इजाजत दे दी।


एनआईए कार्यालय में हुई पूछताछ

गुरुवार को नवीन भाई पटेल से एनआईए ने कैंप कार्यालय सेक्टर दो में दिन भर पूछताछ की। इसके बाद शाम चार बजे एनआईए के अधिकारी नवीन भाई जयंति भाई पटेल को लेकर एनआईए कोर्ट पहुंचे। कोर्ट में पेशी के बाद एनआईए अधिकारी खुद व्यवसायी नवीन भाई को लेकर बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा पहुंचे। बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा में जेल में बंद सुमंत गोप के आमने सामने बैठाकर भी नवीन भाई से एनआईए के अधिकारियों ने जानकारी जुटायी। गौरतलब है कि एनआईए ने टेरर फंडिंग के मामले में 27, 28 व 29 जुलाई को दिन भर नवीन भाई पटेल से पूछताछ की थी। पूछताछ के बाद गिरफ्तारी के डर से 29 की शाम ही नवीन भाई पटेल रहस्यमय परिस्थितियों में गायब हो गए थे। बुधवार को मुंबई से उन्होंने परिजनों ने फोन किया था। जिसके बाद उन्हें रांची लाया गया था। रांची लाए जाने के बाद बुधवार शाम से ही एनआईए ने नवीन भाई को अपनी हिरासत में ले लिया था।

परिजन भी गुजरात से रांची आए

गुरुवार को नवीन भाई जयंति भाई पटेल के रिश्तेदार भगवान भाई पटेल समेत अन्य लोग रांची आए। परिजनों ने एनआईए कैंप कार्यालय में एनआईए अधिकारियों से बात की। हालांकि अधिकारियों ने परिजनों को नवीन से मिलने नहीं दिया। देर शाम तक परिजन मुलाकात की उम्मीद में एनआईए कार्यालय में भी बैठे थे।

पीएलएफआई के निवेशक सुमंत के कहने पर किया था पैसों का निवेश

गुजरात के टिंबर व्यवसायी नवीन भाई पटेल बीते कुछ सालों से दिल्ली में रहकर लाइजनिंग का काम करते थे। इसी दौरान पीएलएफआई के निवेशक सुमंत साव के पैसों का निवेश कराया गया था। गौरतलब है कि नोटबंदी के दौरान पीएलएफआई के 25 लाख रूपये बेड़ो से बरामद किए गए थे। पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप ने 10 नवंबर 2016 को ये पैसे एक पेट्रोलपंप संचालक को भिजवाया था। कांड के अनुसंधान में एनआईए ने निवेशक सुमंत साव, जितेंद्र सिंह को हाल में गिरफ्तार किया था। सुमंत लेवी के पैसों का निवेश शेल कंपनियों व पावर प्लांट लगाने के नाम पर कर रहा था। अब एनआईए की टीम इस मामले को लेकर नवीन भाई पटेल से 3 दिनों तक पूछताछ करेगी इसके लिए नवीन को रिमांड पर लेने के लिए अर्जी कोर्ट के द्वारा मान ली गई है।

फाइल फोटो
नवीन भाई पटेल
एनआईए Body:1Conclusion:2
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.