रांची: झारखंड विधानसभा में बजट सत्र के नौवें दिन जनता से जुड़े कई मुद्दों को लेकर चर्चा हुई. सदन में विपक्षी दलों के विधायकों ने सरकार पर कई सवाल उठाए, तो वहीं सत्ता पक्ष के सदस्य भी जनता से जुड़े कई मुद्दों को लेकर आवाज उठाते रहे. कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी ने देवघर बाबा नगरी में श्रद्धालुओं के अर्घा के सिस्टम से जल अर्पित करने के मामले को उठाया. उन्होंने कहा कि जब तक स्पर्श पूजा नहीं होगा, तब तक भगवान शिव की पूजा अधूरी है.
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कांग्रेस के विधायक इरफान अंसारी ने कहा कि मेरा जन्म बाबा नगरी में हुआ है और मैं भगवान शिव का बड़ा भक्त हूं, कोविड-19 के मद्दे नजर भगवान शिव की जो पूजा अर्घा सिस्टम से हो रही है, उसका मैं विरोध करता हूं, क्योंकि भगवान शिव की पूजा तभी पूरी होगी, जब भगवान शिव का स्पर्श हो सकेगा, जब तक भगवान शिव को श्रद्धालु अपने हाथों से स्पर्श नहीं करते हैं, तब तक उन्हें पूजा से संतुष्टि नहीं होती है. उन्होंने सदन में सरकार से शून्यकाल के दौरान यह मांग की है कि भगवान शिव की जो अर्घा सिस्टम से अभी पूजा चल रही है, उसे बंद कर स्पर्श पूजा शुरू की जाए.
भोलेनाथ के प्रति आस्था: इरफान अंसारी
इरफान अंसारी ने सदन के अंदर कहा कि मैं संथाल परगना से आता हूं और बाबा नगरी में मेरा जन्म हुआ है ऐसे में भगवान के भोलेनाथ के प्रति मेरी आस्था है, मैं शिव का बड़ा भक्त हूं, ऐसे में जो श्रद्धालुओं को परेशानी हो रही है, उसी को लेकर सदन के अंदर आवाज गई, ताकि अर्घा सिस्टम को बंद कर स्पर्श पूजा शुरू की जाए.