रांचीः 10 जून को नमाज के बाद राजधानी रांची में हिंसा मामले में पुलिस भी अपनी कार्रवाई तेज कर चुकी (investigation In Ranchi violence) है. पुलिस की टीम 10 जून को नमाज के बाद हुई हिंसा के मामले में पुलिस को यूपी, बिहार, झारखंड के बोकारो, खूंटी समेत अन्य जिलों से लोगों के आने की बात सामने आयी है. टेक्निकल सेल से मिली जानकारी के आधार पर अब पुलिस वैसे लोगों पर शिकंजा कसने वाली है जो संदिग्ध मोबाइल नंबरधारियों के संपर्क (suspected mobile number holders) में थे.
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कई नंबरों की हुई पहचानः रांची पुलिस ने घटना के एक सप्ताह पूर्व से घटना के दिन तक झारखंड के बाहर से आए सक्रिय नंबरधारकों की पहचान कर ली है. रांची पुलिस अब बाहरी नंबर धारकों के स्थानीय कांटेक्ट को रडार पर रख रही है. रांची पुलिस ने तैयारी की है कि घटना के पहले जो लोग रांची आए थे, रांची में उन्होंने किस किस से संपर्क किया था, यहां के कौन से लोग फोन पर उनलोगों से संपर्क में थे, इसकी पड़ताल की जाएगी. रांची पुलिस वैसे सारे संदिग्ध नंबरों की सीडीआर निकालकर स्थानीय कांटेक्ट तलाशने में जुटी है.
एक केस सीआईडी बाकि सारे केस जांचेगी रांची पुलिसः रांची में 10 जून की हिंसा से जुड़े डेली मार्केट थाना के सबसे प्रमुख केस 17/22 की जांच सीआईडी ने शुरू कर दी है. जबकि शेष 47 केस को रांची पुलिस ही जांच करेगी. रांची के लोअर बाजार, डेली मार्केट, कोतवाली, हिंदपीढ़ी, डोरंडा में रांची हिंसा से जुड़े कई अलग केस दर्ज किए गए थे. पुलिस के अलावा हिंसा में वैसे लोगों ने भी अलग से केस किया है जो निजी तौर पर प्रभावित हुए हैं.