ETV Bharat / state

हक की बातः इंटक अध्यक्ष केएन त्रिपाठी ने कहा- केंद्र हर महीने मजदूरों को दे 7 हजार - केंद्र सरकार से इंटक नेता ने की मांग

देश में कोरोना के तेजी से बढ़ रहे मामलों के बीच एक बार फिर प्रवासी मजदूर अपने गृह राज्य लौटने लगे हैं. ऐसे में राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस (इंटक) और कोलियरी मजदूर संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष केएन त्रिपाठी ने केंद्र सरकार से मजदूरों के हित में आवाज उठाई है. उन्होंने कोरोना संकट के दौरान प्रत्येक महीने मजूदरों के खाते में 7 हजार भेजने की मांग की है.

intuc-leader-kn-tripathi-raised-voice-in-favor-of-migrant-laborers
केएन त्रिपाठी
author img

By

Published : Apr 26, 2021, 5:38 PM IST

नई दिल्ली: कोरोना संकट के दौरान उत्पन्न हुई स्थिति के कारण मजदूरों की स्थिति दयनीय है. इसे लेकर राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस (इंटक) और कोलियरी मजदूर संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष केएन त्रिपाठी ने आवाज उठाई है. उन्होंने केंद्र सरकार से मजदूरों के हित में मांग की है.

इंटक के राष्ट्रीय अध्यक्ष केएन त्रिपाठी

ये भी पढ़ें- ग्रीन कॉरिडोर बनाकर संचालित हो रहीं ऑक्सीजन एक्सप्रेस, अब तक चार ट्रेनें पहुंची

झारखंड के पूर्व मंत्री केएन त्रिपाठी ने कहा कि प्रवासी मजदूरों के सामने रोजगार और अन्न का संकट पैदा हो गया है. इन सब से प्रवासी मजदूरों को बचाने की जररुत है. उन्होंने केंद्र सरकार से कहा है कि प्रवासी मजदूरों के खाते में प्रत्येक महिने 7 हजार रुपया डाले, ताकि जीवन यापन में मजदूरों को परेशानी ना हो. जब तक देश में स्थिति सामान्य नहीं हो जाता तब तक सरकार को मुफ्त में राशन बांटनी चाहिए, ये मजदूरों के लिए राहत जैसी होगी.

राज्य सरकारों से मांग है कि जो भी प्रवासी मजदूर वापस लौट के अपने राज्य में आ रहे हैं, उन मजदूरों को हुनर के हिसाब से अपने ही राज्य में रोजगार दिया जाए. अगर मजदूरों को अपने राज्यों में रोजगार मिलने लगेगा तो उनके दूसरे राज्यों में जाने की जररुत नहीं पड़ेगी. मजदूरों की मदद के लिए सभी को एकजुट हो जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि मेरी पूरी कोशिश है कि कोई भी प्रवासी मजदूर, भुखमरी और बेरोजगारी के चलते ना मरे. उन्होंने कहा कि यूपी, बिहार, झारखंड सहित अन्य राज्यों में प्रवासी मजदूर लौट रहे हैं. कोरोना संकट और लॉकडाउन के कारण उनका कामकाज बंद हो चुका है. ऐसे में केएन त्रिपाठी ने मांग की है कि मजदूरों को शेल्टर, दवा और पानी मुहैया कराया जाए.

नई दिल्ली: कोरोना संकट के दौरान उत्पन्न हुई स्थिति के कारण मजदूरों की स्थिति दयनीय है. इसे लेकर राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस (इंटक) और कोलियरी मजदूर संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष केएन त्रिपाठी ने आवाज उठाई है. उन्होंने केंद्र सरकार से मजदूरों के हित में मांग की है.

इंटक के राष्ट्रीय अध्यक्ष केएन त्रिपाठी

ये भी पढ़ें- ग्रीन कॉरिडोर बनाकर संचालित हो रहीं ऑक्सीजन एक्सप्रेस, अब तक चार ट्रेनें पहुंची

झारखंड के पूर्व मंत्री केएन त्रिपाठी ने कहा कि प्रवासी मजदूरों के सामने रोजगार और अन्न का संकट पैदा हो गया है. इन सब से प्रवासी मजदूरों को बचाने की जररुत है. उन्होंने केंद्र सरकार से कहा है कि प्रवासी मजदूरों के खाते में प्रत्येक महिने 7 हजार रुपया डाले, ताकि जीवन यापन में मजदूरों को परेशानी ना हो. जब तक देश में स्थिति सामान्य नहीं हो जाता तब तक सरकार को मुफ्त में राशन बांटनी चाहिए, ये मजदूरों के लिए राहत जैसी होगी.

राज्य सरकारों से मांग है कि जो भी प्रवासी मजदूर वापस लौट के अपने राज्य में आ रहे हैं, उन मजदूरों को हुनर के हिसाब से अपने ही राज्य में रोजगार दिया जाए. अगर मजदूरों को अपने राज्यों में रोजगार मिलने लगेगा तो उनके दूसरे राज्यों में जाने की जररुत नहीं पड़ेगी. मजदूरों की मदद के लिए सभी को एकजुट हो जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि मेरी पूरी कोशिश है कि कोई भी प्रवासी मजदूर, भुखमरी और बेरोजगारी के चलते ना मरे. उन्होंने कहा कि यूपी, बिहार, झारखंड सहित अन्य राज्यों में प्रवासी मजदूर लौट रहे हैं. कोरोना संकट और लॉकडाउन के कारण उनका कामकाज बंद हो चुका है. ऐसे में केएन त्रिपाठी ने मांग की है कि मजदूरों को शेल्टर, दवा और पानी मुहैया कराया जाए.

For All Latest Updates

TAGGED:

Kn Tripathi
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.