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बोले स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता- सरकार को है जनता की चिंता, जल्द लगेगी जीनोम सिक्वेंसिंग मशीन

झारखंड में अभी भी 18 साल से अधिक आयु वर्ग के 58 लाख से ज्यादा लोग ऐसे हैं, जिन्हें कोरोना टीका का पहला डोज भी नहीं मिला है. राज्य में जीनोम सिक्वेंसिंग मशीन भी नहीं है, लिहाजा कोरोना के नए वेरिएंट ओमीक्रोन की पहचान कर पना मुश्किल हो रहा है. स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता से ईटीवी भारत ने जब इन सब पर सवाल किया तो उन्होंने कहा कि सरकार को जनता की चिंता है, जल्द राज्य में जीनोम सिक्वेंसिंग मशीन लग जाएगी.

Jharkhand Health Minister Banna Gupta
Jharkhand Health Minister Banna Gupta
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Published : Jan 2, 2022, 7:09 AM IST

Updated : Jan 2, 2022, 11:30 AM IST

रांची: वैसे तो झारखंड में ओमीक्रोन के एक भी मामलों की पुष्टी नहीं हुई है. लेकिन जिस तरह से राज्य में पिछले कुछ दिनों से कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं वे तो इसी ओर इशारा कर रहे हैं कि झारखंड में ओमीक्रोन ने दस्तक दे दी है. कोरोना को लेकर आने वाली चुनौतियों और तैयारियों के बाबत ईटीवी भारत की टीम ने सूबे के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता से बातचीत की.

ये भी पढ़ें- हेमंत सोरेन का मास्टर स्ट्रोक: देश में शुरू कर दी तेल में खेल वाली सियासत

स्वास्थ्य मंत्री ने माना कि संक्रमण की रफ्तार बढ़ी है. लिहाजा, पुराने अनुभव को ध्यान में रखकर पहल किए जाने की जरूरत है. चुनौतियों को लेकर सरकार पूरी तरह तैयार हैं. यह पूछे जाने पर कि अभी भी 18 साल से ज्यादा आयु वर्ग के 58 लाख से ज्यादा लोग ऐसे हैं, जिन्हें पहला डोज भी नहीं मिला है. इसके जवाब में उन्होंने कहा कि झारखंड का भौगोलिक बनावट एक कारण है. दूसरा कारण पलायन और तीसरा है लोगों में जागरूकता की कमी . इसी वजह से रफ्तार प्रभावित हुई है. सरकार डोर टू डोर जाकर भी वैक्सीन देने की कोशिश कर रही है. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि वैक्सीनेशन की जब शुरूआत हुई, तभी केंद्र ने कई ऐसे नियम बना रखे थे जिसकी वजह से लोगों को परेशानी हुई.

ब्यूरो चीफ राजेश सिंह के साथ स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार इस महामारी को राजनैतिक अवसर के रूप में इस्तेमाल कर रही है. उन्होंने कहा कि जब केरल में सौ फीसदी दोनों डोज लगने के बाद भी संक्रमण के मामले सामने आ रहे हैं, ऐसे में वहां बुस्टर डोज क्यों नहीं दिया जा रहा है.

ये भी पढ़ें- विस्फोटक इंटरव्यू: हेमंत ने कहा- दंगाई है बीजेपी, समाज में घोलती है जहर

जीनोम सिक्वेंसिंग लैब और टीकाकरण पर फोकस

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि पूर्व की रघुवर सरकार एक आरटीपीसीआर मशीन भी नहीं लगवा पाई थी. लेकिन हेमंत सरकार ने आठ आरटीपीसीआर मशीन स्थापित किए. कोबास मशीन भी स्थापित की गई. उन्होंने कहा कि बहुत जल्द रिम्स में जीनोम सिक्वेंसिंग मशीन स्थापित हो जाएगी. हालाकि उन्होंने इसके लिए कोई समय नहीं बताया. उन्होंने कहा कि पिछले दिनों हाईलेबर मीटिंग के दौरान सभी जिलों को उपायुक्तों को टीकाकरण की रफ्तार बढ़ाने का निर्देश दिया जा चुका है.

क्या सख्ती बरतने का समय आ गया है?

इस सवाल के जवाब में स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि आने वाली परिस्थितियों से निपटने के लिए सरकार तैयार है. पिछले दो वेव से सरकार बहुत कुछ सीख चुकी है. संक्रमण के नेचर पर बारीकी से नजर रखी जा रही है. जरूरत पड़ी तो सख्ती भी बरती जाएगी. उन्होंने लोगों से एहतियात के साथ नववर्ष का जश्न मनाने की अपील की है.

रांची: वैसे तो झारखंड में ओमीक्रोन के एक भी मामलों की पुष्टी नहीं हुई है. लेकिन जिस तरह से राज्य में पिछले कुछ दिनों से कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं वे तो इसी ओर इशारा कर रहे हैं कि झारखंड में ओमीक्रोन ने दस्तक दे दी है. कोरोना को लेकर आने वाली चुनौतियों और तैयारियों के बाबत ईटीवी भारत की टीम ने सूबे के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता से बातचीत की.

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स्वास्थ्य मंत्री ने माना कि संक्रमण की रफ्तार बढ़ी है. लिहाजा, पुराने अनुभव को ध्यान में रखकर पहल किए जाने की जरूरत है. चुनौतियों को लेकर सरकार पूरी तरह तैयार हैं. यह पूछे जाने पर कि अभी भी 18 साल से ज्यादा आयु वर्ग के 58 लाख से ज्यादा लोग ऐसे हैं, जिन्हें पहला डोज भी नहीं मिला है. इसके जवाब में उन्होंने कहा कि झारखंड का भौगोलिक बनावट एक कारण है. दूसरा कारण पलायन और तीसरा है लोगों में जागरूकता की कमी . इसी वजह से रफ्तार प्रभावित हुई है. सरकार डोर टू डोर जाकर भी वैक्सीन देने की कोशिश कर रही है. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि वैक्सीनेशन की जब शुरूआत हुई, तभी केंद्र ने कई ऐसे नियम बना रखे थे जिसकी वजह से लोगों को परेशानी हुई.

ब्यूरो चीफ राजेश सिंह के साथ स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार इस महामारी को राजनैतिक अवसर के रूप में इस्तेमाल कर रही है. उन्होंने कहा कि जब केरल में सौ फीसदी दोनों डोज लगने के बाद भी संक्रमण के मामले सामने आ रहे हैं, ऐसे में वहां बुस्टर डोज क्यों नहीं दिया जा रहा है.

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जीनोम सिक्वेंसिंग लैब और टीकाकरण पर फोकस

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि पूर्व की रघुवर सरकार एक आरटीपीसीआर मशीन भी नहीं लगवा पाई थी. लेकिन हेमंत सरकार ने आठ आरटीपीसीआर मशीन स्थापित किए. कोबास मशीन भी स्थापित की गई. उन्होंने कहा कि बहुत जल्द रिम्स में जीनोम सिक्वेंसिंग मशीन स्थापित हो जाएगी. हालाकि उन्होंने इसके लिए कोई समय नहीं बताया. उन्होंने कहा कि पिछले दिनों हाईलेबर मीटिंग के दौरान सभी जिलों को उपायुक्तों को टीकाकरण की रफ्तार बढ़ाने का निर्देश दिया जा चुका है.

क्या सख्ती बरतने का समय आ गया है?

इस सवाल के जवाब में स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि आने वाली परिस्थितियों से निपटने के लिए सरकार तैयार है. पिछले दो वेव से सरकार बहुत कुछ सीख चुकी है. संक्रमण के नेचर पर बारीकी से नजर रखी जा रही है. जरूरत पड़ी तो सख्ती भी बरती जाएगी. उन्होंने लोगों से एहतियात के साथ नववर्ष का जश्न मनाने की अपील की है.

Last Updated : Jan 2, 2022, 11:30 AM IST
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