रांची: फर्जी कागजातों के आधार पर बड़े-बड़े जमीन पर कब्जा करने की साजिश में शामिल बड़गाई सीआई और जमीन दलालों से ईडी ने पूछताछ शुरू कर दी है. बड़गाई सीआई भानु प्रताप सहित सभी सात जालसाजों को रविवार को रांची जेल से एजेंसी के दफ्तर लाया गया है. अदालत ने गिरफ्तार आरोपितों से पूछताछ के लिए चार दिनों का रिमांड दिया है.
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सभी को लाया गया ईडी दफ्तर, पूछताछ शुरू: ईडी के जोनल कार्यालय में यह पहली बार हो रहा है जब एक बार में ही 7 आरोपियों से पूछताछ की जा रही है. जिन लोगों से पूछताछ की जा रही है उनमें बड़गाई सीआई भानु प्रताप, अफसर अली, प्रदीप खान, इम्तियाज अहमद, ताल्हा खान, फैयाज खान और मोहमद सद्दाम हुसैन शामिल हैं. सभी आरोपितों से सेना की बरियातू स्थित 4.55 एकड़ जमीन और चोसायर होम स्थित एक एकड़ जमीन की अवैध खरीद बिक्री से सम्बंधित पूछताछ की जा रही है. ईडी ने विशेष अदालत से सभी आरोपियों से पूछताछ के लिए 5 दिनों की अनुमति मांगी थी, लेकिन अदालत ने उन्हें सिर्फ 4 दिनों तक ही पूछताछ के लिए अनुमति दी है. रिमांड की अवधि आजा यानी रविवार से शुरू हुई है.
मनी लॉन्ड्रिंग का मामला, जांच में होंगे कई खुलासे: ईडी गिरफ्तार आरोपियों कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर पूछताछ कर रही है. मसलन जमीन घोटाले में कहां-कहां मनी लॉन्ड्रिंग हुई है, इनमें कौन-कौन लोग शामिल हैं, साथ ही कब कब और कहां कहां पैसों की भारी ट्रांजैक्शन की गई. इन सभी सवालों के जवाब ईडी को गिरफ्तार आरोपियों से हासिल करना है.
कड़ी सुरक्षा के बीच लाया गया: इससे पहले सभी सात आरोपियों को कड़ी सुरक्षा के बीच रांची जेल से एजेंसी के दफ्तर लाया गया. इससे पूर्व सभी आरोपियों की मेडिकल जांच भी करायी गयी. अदालत ने सभी आरोपियों से पूछताछ के लिए चार दिनों का समय दिया है. ऐसे में चार दिनों का समय एजेंसी के लिए बेहद महत्वपूर्ण है. ईडी सूत्रों के मुताबिक इसी मामले में जल्द ही रांची के पूर्व डीसी छवि रंजन को भी समन किया जाएगा.
क्या है पूरा मामला: गौरतलब है कि राजधानी रांची में सेना की जमीन के साथ कई जमीन घोटाले से जुड़े केस में ईडी ने रांची के पूर्व डीसी और आईएएस छवि रंजन, बड़गाईं अंचल के सीओ मनोज कुमार समेत अलग-अलग अंचल के राजस्व कर्मचारियों और जमीन माफियाओं के ठिकाने पर छापेमारी की थी. छापेमारी के दौरान ईडी को भारी पैमाने पर जमीन के डीड, रजिस्ट्री से जुड़े दस्तावेज, कई सरकारी कागजात मिले हैं. कोलकाता से जमीन के फर्जी दस्तावेजों के आधार पर रांची में अरबों की जमीन की खरीद बिक्री में गड़बड़ी और उससे मनी लाउंड्रिंग के साक्ष्य ईडी को मिले हैं. छापेमारी के बाद ईडी के द्वारा सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है,अब उन्हीं सातों को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही है.