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झारखंड में युवा विशेषज्ञ डॉक्टरों को रास क्यों नहीं आती सरकारी नौकरी, क्या है वजह - Shortage of specialist doctors in government hospital

झारखंड में सरकारी अस्पतालों में विशेषज्ञ डॉक्टरों की नियुक्ति को लेकर एक पहल की गई है. जिसमें स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से राय मांगी है ताकि पीजी और विशेषज्ञता हासिल करने वाले डॉक्टरों के लिए सरकार ऐसी नीति बनाएगी. जिससे वो आकर्षित हो सकें और राज्य में स्वास्थ्य सेवा बेहतरीन हो सके.

Shortage of young specialist doctors
युवा विशेषज्ञ डॉक्टरों की कमी
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Published : Jun 15, 2021, 11:43 AM IST

Updated : Jun 15, 2021, 7:22 PM IST

रांची: झारखंड देश के उन राज्यों में से एक है जहां डॉक्टरों की घोर कमी है. उसमें भी अगर सरकारी सेवा में विशेषज्ञ डॉक्टरों की बात करें तो स्थिति और भी ज्यादा खराब है. झासा के महासचिव डॉ. विमलेश सिंह की मानें तो राज्य में 1,210 विशेषज्ञ डॉक्टरों का पद सृजित है, उसके मुकाबले 15% भी विशेषज्ञ डॉक्टर सरकारी स्वास्थ्य सेवा में नहीं है.

ये भी पढ़ें- झारखंड में कोरोना के कितने मरीज वेंटिलेटर, ICU और ऑक्सीजन सपोर्ट पर हैं, पढ़ें रिपोर्ट

झारखंड में सरकारी स्वास्थ सेवा में विशेषज्ञ डॉक्टर के नहीं आने की वजह जानने की कोशिश ईटीवी भारत ने की. राजधानी रांची के सिविल सर्जन सहित कई विशेषज्ञ डॉक्टरों से बात की. डॉक्टरों ने कहा कि बड़े कॉरपोरेट अस्पतालों जैसा पैसा नहीं मिलता है और ना ही सुविधा.

देखें पूरी रिपोर्ट

रांची सदर अस्पताल के उपाधीक्षक और हड्डी रोग के विशेषज्ञ डॉक्टर सव्यसाची ने कहा कि अब समय पहले वाला नहीं रह गया. युवा डॉक्टर जिसने पीजी या सुपर स्पेशलिटी की पढ़ाई की है उनके सपने भी बड़े-बड़े होते हैं. सरकारी सेवा में आने पर उन्हें ज्यादा से ज्यादा एक लाख प्रति महीने वेतन मिलता है, तो निजी संस्थानों में दो से ढाई लाख रुपए की शुरुआती वेतन आसानी से मिल जाती है.

Shortage of young specialist doctors
कैसे सरकारी सेवा की ओर आकर्षित होंगे विशेषज्ञ डॉक्टर

रांची के सिविल सर्जन ने कहा कि सुविधा के मामले में हम पिछड़ जाते हैं, विशेषज्ञ डॉक्टरों को सरकारी नौकरी की ओर रुचि बढ़ाने के लिए सुविधा बढ़ानी होगी. राज्य में विशेषज्ञ डॉक्टरों को सरकारी सेवा की ओर आकर्षित करने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने इश्तिहार निकाल कर लोगों से राय मांगी है.

Shortage of young specialist doctors
डॉक्टरों की क्या है समस्या

सरकार ने विशेषज्ञ डॉक्टरों को आकर्षित करने के लिए डॉक्टर समुदाय के साथ-साथ आम लोगों से भी सलाह या सुझाव मांगे है. ऐसे में उम्मीद की जानी चाहिए कि आने वाले दिनों में मेडिकल कॉलेज से पीजी और विशेषज्ञता हासिल करने वाले डॉक्टरों के लिए सरकार ऐसी नीति बनाएगी, जिससे वह आकर्षित हो सकें और राज्य में स्वास्थ्य सेवा बेहतरीन हो सके.

Shortage of young specialist doctors
कैसे सरकारी सेवा की ओर आकर्षित होंगे विशेषज्ञ डॉक्टर

रांची: झारखंड देश के उन राज्यों में से एक है जहां डॉक्टरों की घोर कमी है. उसमें भी अगर सरकारी सेवा में विशेषज्ञ डॉक्टरों की बात करें तो स्थिति और भी ज्यादा खराब है. झासा के महासचिव डॉ. विमलेश सिंह की मानें तो राज्य में 1,210 विशेषज्ञ डॉक्टरों का पद सृजित है, उसके मुकाबले 15% भी विशेषज्ञ डॉक्टर सरकारी स्वास्थ्य सेवा में नहीं है.

ये भी पढ़ें- झारखंड में कोरोना के कितने मरीज वेंटिलेटर, ICU और ऑक्सीजन सपोर्ट पर हैं, पढ़ें रिपोर्ट

झारखंड में सरकारी स्वास्थ सेवा में विशेषज्ञ डॉक्टर के नहीं आने की वजह जानने की कोशिश ईटीवी भारत ने की. राजधानी रांची के सिविल सर्जन सहित कई विशेषज्ञ डॉक्टरों से बात की. डॉक्टरों ने कहा कि बड़े कॉरपोरेट अस्पतालों जैसा पैसा नहीं मिलता है और ना ही सुविधा.

देखें पूरी रिपोर्ट

रांची सदर अस्पताल के उपाधीक्षक और हड्डी रोग के विशेषज्ञ डॉक्टर सव्यसाची ने कहा कि अब समय पहले वाला नहीं रह गया. युवा डॉक्टर जिसने पीजी या सुपर स्पेशलिटी की पढ़ाई की है उनके सपने भी बड़े-बड़े होते हैं. सरकारी सेवा में आने पर उन्हें ज्यादा से ज्यादा एक लाख प्रति महीने वेतन मिलता है, तो निजी संस्थानों में दो से ढाई लाख रुपए की शुरुआती वेतन आसानी से मिल जाती है.

Shortage of young specialist doctors
कैसे सरकारी सेवा की ओर आकर्षित होंगे विशेषज्ञ डॉक्टर

रांची के सिविल सर्जन ने कहा कि सुविधा के मामले में हम पिछड़ जाते हैं, विशेषज्ञ डॉक्टरों को सरकारी नौकरी की ओर रुचि बढ़ाने के लिए सुविधा बढ़ानी होगी. राज्य में विशेषज्ञ डॉक्टरों को सरकारी सेवा की ओर आकर्षित करने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने इश्तिहार निकाल कर लोगों से राय मांगी है.

Shortage of young specialist doctors
डॉक्टरों की क्या है समस्या

सरकार ने विशेषज्ञ डॉक्टरों को आकर्षित करने के लिए डॉक्टर समुदाय के साथ-साथ आम लोगों से भी सलाह या सुझाव मांगे है. ऐसे में उम्मीद की जानी चाहिए कि आने वाले दिनों में मेडिकल कॉलेज से पीजी और विशेषज्ञता हासिल करने वाले डॉक्टरों के लिए सरकार ऐसी नीति बनाएगी, जिससे वह आकर्षित हो सकें और राज्य में स्वास्थ्य सेवा बेहतरीन हो सके.

Shortage of young specialist doctors
कैसे सरकारी सेवा की ओर आकर्षित होंगे विशेषज्ञ डॉक्टर
Last Updated : Jun 15, 2021, 7:22 PM IST

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