रांची: रांची रेल मंडल के रेलवे स्टेशनों के बाहर इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट की पहल की जा रही है. इसे लेकर मुख्यालय से अनुमति भी मिल गई है. हटिया और रांची रेलवे स्टेशन से जल्द ही दो पहिया वाहनों का पार्सल पैकिंग सिस्टम शुरू हो रहा है. इसे लेकर रेल मंडल ने व्यापक स्तर पर तैयारियां शुरू की है.
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मुख्यालय से रांची रेल मंडल के विभिन्न रेलवे स्टेशनों के बाहर सौंदर्यीकरण के लिए अनुमति मिली है. पहले चरण में 5 स्टेशनों के बाहर पार्क का निर्माण किया जाएगा. न्यू इन्नोवेटिव नॉन फेयर रेवेन्यू आइडिया स्कीम (New Innovative Non Fare Revenue Ideas Scheme NINFRIS) के तहत इन स्टेशनों पर पार्क की व्यवस्था की जाएगी. पार्क बनाने की जिम्मेदारी निजी कंपनी को दी जा रही है. इसके अलावा पार्क मेंटेनेंस की जिम्मेदारी भी निजी एजेंसी की ही रहेगी. रांची, मुरी, रामगढ़, हटिया और लोहरदगा स्टेशन में पहले चरण में सौंदर्यीकरण का काम शुरू होगा. यह योजना रांची रेल मंडल में पड़ने वाले सभी 45 स्टेशनों पर फेज वाइज किया जाएगा.
रांची-हटिया रेलवे स्टेशन में लगेगी वाहन पैकेजिंग सिस्टम: यात्री सुविधा को देखते हुए रांची रेल मंडल के हटिया रांची रेलवे स्टेशन से दोपहिया वाहनों का पार्सल पैकिंग सिस्टम शुरू होने जा रहा है. फिलहाल इन स्टेशनों पर दोपहिया वाहनों के लिए कोई पार्सल पैकिंग सिस्टम नहीं है. वाहनों की पैकिंग अनाधिकृत तरीके से ही होती है. रांची-हटिया से विभिन्न राज्यों में 60 से अधिक वाहन रोजाना भेजे जाते हैं. फिलहाल दोनों रेलवे स्टेशनों से हर माह औसतन 1800, 2 पहिया वाहन पार्सल किए जाते हैं. लेकिन अब पैकेजिंग सिस्टम तैयार हो जाने से यह व्यवस्था बेहतर और सुचारू हो जाएग. इस व्यवस्था के शुरू हो जाने से दोपहिया वाहनों को पार्सल करना पहले से ज्यादा सुरक्षित और सुविधाजनक होगा. साथ ही नई व्यवस्था लागू होने के बाद दो पहिया वाहनों की पार्सल पैकेजिंग के लिए लोगों से अधिकतम 530 रुपये ही लिए जाएंगे.