रांचीः पर्व त्योहार का मौसम शुरू होते ही राजधानी में छिनतई और चोरी की वारदातें भी बढ़ गईं हैं. राजधानी में पर्व-त्योहार में खरीदारी करने के लिए लोग बाजार जा रहे हैं. इस दौरान उनके साथ स्नेचिंग की घटनाएं घट रहीं हैं. वहीं घर से बाहर निकलते ही चोर बंद घरों को निशाना बना ले रहे है. स्नैचिंग और चोरी करने वाले गिरोह में न सिर्फ राजधानी के लोकल गिरोह शामिल हैं, बल्कि बिहार का कुख्यात कोड़ा गिरोह भी राजधानी में सक्रिय है.
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बिहार के साथ-साथ ओडिशा के गैंग सक्रिय
रांची में एक बार फिर राज्य के बाहरी गैंग ने दस्तक दे दी है. बिहार का कुख्यात कोढ़ा और ओडिशा के एक गैंग के सक्रिय रहने की वजह से राजधानी में झपटमारी और चोरी की वारदात बढ़ गई है. इसे देखते हुए रांची पुलिस ने न सिर्फ उन गैंग पर बल्कि जिले के सभी थाना क्षेत्रों में पिछले एक वर्ष में हुई चोरी, लूट, डकैती और झपटमारी जैसी वारदातों को अंजाम देने वाले शातिर अपराधियों का डेटा तैयार करने में जुटी है.
सिटी एसपी के निर्देश पर एक अनुसंधान और विश्लेषण विंग को तैयार किया गया है, जिसकी जिम्मेदारी सदर डीएसपी को दी गई है. वहीं सभी थाना प्रभारी को भी संपत्ति कांड की जानकारी, पैटर्न और शातिर अपराधियों की सूची सौंपने का निर्देश दिया गया है.
झपटमारी जैसी वारदात में इजाफा
सिटी एसपी सौरभ ने बताया कि हाल के दिनों में झपटमारी जैसी वारदात में इजाफा हुआ है. इस कारण पुलिस इस तरह के मामलों को लेकर गंभीर है. वहीं उन्होंने बताया कि डेटा के जरिए न सिर्फ क्राइम के पैटर्न बल्कि किन जगहों पर घटनाएं ज्यादा हो रहीं हैं, वह जानकारी मिलेगी.
घटना पैटर्न से ये पता चल पाएगा कि कौन सा गिरोह किन थाना क्षेत्रों में एक्टिव हैं. सिटी एसपी ने बताया कि झपटमारी की घटनाएं लगातार सामने आती रही हैं. इसे देखते हुए अपराध विश्लेषण और नियंत्रण विंग की ओर से ये भी डेटा निकाला जा रहा कि कौन से समय इस तरह की घटना हुईं हैं.
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त्योहारों के सीजन में एक्टिव होता है कोढ़ा गिरोह
लोकल अपराधियों की चहलकदमी से परेशान रांची पुलिस के सामने कोढ़ा गिरोह की सक्रियता परेशानी का सबब बन हुआ है. बिहार के कटिहार का खतरनाक कोढ़ा गिरोह राजधानी में एक बार फिर से सक्रिय हो गया है. यह गिरोह पर्व त्योहारों के सीजन में ही एक्टिव होता है. बैंकों से पैसा निकालने वाले बाजार जाकर खरीदारी करने वाले लोग इनके निशाने पर होते हैं.
कैसे करता है गिरोह काम
कोढ़ा गैंग के सदस्य बैंक या एटीएम के बाहर बुजुर्गों और महिलाओं को निशाना बनाते हैं. गिरोह के सदस्य बाइक का इस्तेमाल करते हैं, बगैर हथियार का इस्तेमाल किए ये बैंक से निकलने वालों को निशाना बनाते हैं. गिरोह के सदस्य रांची, बोकारो, जमशेदपुर, धनबाद, गिरिडीह समेत कई जगहों पर सक्रिय रहे हैं. कटिहार के कोढ़ा गांव का यह गिरोह देश भर में घूम-घूम कर अपराधिक वारदात को अंजाम देते हैं.
खुजली पाउडर का करते है इस्तेमाल
हाल के दिनों में पकड़े गए कोढ़ा गिरोह के अपराधियों ने पूछताछ में बताया कि बैंकों की रेकी करने के बाद ग्राहकों को निशाना बनाते वक्त खुजली पाउडर का इस्तेमाल करते हैं. बैंक ग्राहकों के शरीर पर छिड़कते वे असहज हो जाते हैं, ऐसे में छिनतई आसान हो जाती है.
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धनबाद-रांची ठिकाना, नेपाल तक है दायर
झारखंड में कोढ़ा गिरोह के 50 से अधिक सदस्य फिलहाल सक्रिय हैं, जिनमें सबसे अधिक रांची और धनबाद में अलग-अलग जगह पर अपना ठिकाना बनाकर रह रहे हैं. मौका मिलते ही अपराधिक वारदातों को अंजाम दे रहे हैं, यह गिरोह बेहद शातिर होता है. अपराधिक वारदातों को अंजाम देने के बाद यह दो-तीन महीनों के लिए नेपाल भाग जाते हैं और फिर मामला शांत होने के बाद दोबारा दूसरे शहर में छिनतई और लूट की वारदातों को अंजाम देते हैं.
पिछली साल जेल गए थे अपराधी
साल 2019 में अक्टूबर महीने तक रांची पुलिस ने शहर में उत्पात मचा रहे 23 अपराधियों को जेल भेज दिया था. जेल भेजे गए अधिकांश स्नैचर थे. झपटमारों में कुख्यात शाकिब उर्फ देवा और आफताब जानम अभी भी जेल में हैं, लेकिन उसने कई शागिर्द जमानत पर जेल से बाहर आ चुके हैं. अब यह अपराधी भी रांची पुलिस के लिए चुनौती साबित हो रहे हैं. दूसरी तरफ ओडिशा का एक गिरोह जो कोढ़ा गिरोह की तर्ज पर ही काम करता है, पुलिस के सामने चुनौती पेश कर रहा है.
कैसे काम करता है ओडिशा का गिरोह
ओडिशा का एक बड़ा गिरोह राजधानी में साल 2020 में पकड़ा गया था. उसके बाद इस गिरोह का राजधानी में आतंक खत्म हो गया था, लेकिन अब एक बार फिर से यह गिरोह राजधानी में सक्रिय है. इस गिरोह के लोग बिना हथियार के ही छिनतई और चोरी की वारदातों को अंजाम देते हैं. गिरोह के सदस्य भीड़ भाड़ वाले इलाकों में सामानों की खरीदारी करने वालों की रेकी करते हैं. मौका पाकर उनका पर्स गायब कर देते हैं या फिर उनकी कार का शीशा तोड़कर उसमें रखे कीमती सामान उड़ाकर फरार हो जाते हैं.
क्या बरतें सावधानी
- अगर आप बैंक जाते हैं तो अपने आस-पास के लोगों पर नजर रखें. अगर कोई पैसे निकालने समय से लेकर आपके बैंक आने तक आपकी रेकी कर रहा है तो तुरंत नजदीकी पुलिस स्टेशन या फिर डायल हंड्रेड पर सूचना दें.
- कीमती सामान या गहने खरीदकर कार में न रखें. अगर आप खरीदारी करते हैं तो पहले उसे घर रखें, ताकि आपका कीमती सामान सुरक्षित रहे.
- होली का त्योहार सामने है और ऐसे में आम लोग खरीदारी में व्यस्त है. इसी का फायदा यह गिरोह उठाता है. ऐसे में जरूरी है कि आप खरीदारी करते समय बेहद सावधान रहें.