रांची: कोरोना के नए सब वैरिएंट जेएन.1 मिलने के बाद देशभर में चिंता बढ़ गयी है. ऐसे में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने बुधवार को सभी राज्यों-केंद्र शासित प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री, स्वास्थ्य सचिवों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बात की और कोरोना के नए सब वैरिएंट से बचाव के लिए राज्यों द्वारा उठाये गए कदमों की जानकारी ली.
विधानसभा के शीतकालीन सत्र आहूत रहने की वजह से स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता विधानसभा स्थित अपने कक्ष से इस मीटिंग में जुड़े और भरोसा दिलाया कि झारखंड इस नए वैरियंट के फैलाव को रोकने के प्रति पूरी तरह गंभीर है. बैठक के दौरान स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि कोरोना को लेकर पूर्व के अनुभव की वजह से राज्य पूरी तरह गंभीर है. राज्य की ओर से कोई अनदेखी नहीं की जाएगी और राज्य सरकार केंद्र के हर आदेश का पालन करेगी. बैठक के दौरान स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने राज्य में कोरोना की अद्यतन स्थिति और किसी आपात स्थिति से निपटने के लिए उपलब्ध संसाधनों की भी जानकारी केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री को दी.
स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री को बताया कि अभी राज्य में कोरोना के सिर्फ 2 एक्टिव केस हैं, जिनका इलाज टाटा मेन हॉस्पिटल जमशेदपुर में चल रहा है. दोनों मरीज स्टेबल हैं. उन्होंने बताया कि अक्टूबर माह में 6944 नमूनों की कोरोना जांच की गई, जिसमें एक भी संक्रमित मरीज नहीं मिला. नवंबर महीने में 4118 सैंपल की जांच में 12 कोरोना पॉजिटिव मिले, जबकि दिसंबर महीने में अब तक 1675 सैम्पल की जांच में 10 संक्रमित मिल चुके हैं. इस तरह पॉजिटिविटी रेट 0.59% है.
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि राज्य में 27 आरटीपीसीआर प्रयोगशाला है. जिसमें 12 जिलों में आरीट पीसीआर लैब अधिष्ठापित है. अन्य में आईसीएमआर से जांच अनुमति प्रमाण पत्र मिलने की प्रक्रिया चल रही है. रांची में जीनोम सिक्वेंसिंग मशीन और रिम्स तथा दुमका मेडिकल अस्पताल में कोबॉस 6800 मशीन स्थापित होने की भी जानकारी दी गयी.
स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने बताया कि कोविड 19 संक्रमित मरीजों के इलाज और नियंत्रण के लिए राज्य के सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में ऑक्सीजन और आईसीयू बेड की कुल संख्या 21680 है. इसमें से नॉन आक्सीजन बेड 5276, आक्सीजन सपोर्टेड बेड 11356, आईसीयू बेड 1447, वेंटीलेटर बेड 1456, पीडियाट्रिक आईसीयू बेड 510, पीडियाट्रिक एचडीयू बेड 455 और पीडियाट्रिक ऑक्सीजन युक्त बेड की संख्या 1180 है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से बैठक के दौरान राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री को भरोसा दिलाया कि आपात स्थिति के दौरान राज्य के लोगों को ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं होने दी जाएगी. क्योंकि राज्य में जहां 122 प्लांट स्थापित हैं, वही सरकारी अस्पतालों में 11650 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर उपलब्ध कराए गए हैं. राज्य में 29198 ऑक्सीजन सिलेंडर की उपलब्धता की जानकारी भी राज्य के स्वास्थ्य मंत्री ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री को दी. उन्होंने कहा कि कोरोना के नए किस्म के वेरिएंट जेएन.1 की केरल में पुष्टि के उपरांत भारत सरकार से मिले सभी दिशा निर्देशों का पालन पूरी गंभीरता से करने का निर्देश भी सभी जिला और प्रखंड स्तर के पदाधिकारियों को दे दी गई है.
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