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आईआईटी और बीआईटी जैसे संस्थान से पढ़कर एचईसी में इंजीनियर बने लोग पकौड़े तलने को मजबूर, जानें क्यों?

शनिवार को रांची में सड़क पर आईआईटी और बीआईटी जैसे संस्थान से पढ़कर एचईसी में इंजीनियर बने लोग पकौड़े तलते नजर आए (HEC Engineer Protests). इस घटना के पीछे की वजह क्या रही, जानने के लिए पढ़ें पूरी रिपोर्ट.

HEC engineer protests
पकौड़े तलकर विरोध प्रदर्शन
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Published : Nov 26, 2022, 6:10 PM IST

Updated : Nov 26, 2022, 7:08 PM IST

रांची: वर्ष 1960 से 1990 तक एशिया का मातृ उद्योग के रूप में जाने जानी वाली एचईसी कंपनी के पुनर्जीवन की कोई सूरत नजर नहीं आ रही है. नतीजतन कंपनी के इंजीनियर वेतन नहीं मिलने की वजह से सड़क पर पकौड़े बेचते नजर आ रहे हैं (HEC Engineer Protests).

ये भी पढ़ें- झारखंड में नौकरी का सुनहरा मौका, डिप्लोमा स्तर संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा के लिए कब और कैसे भरें फॉर्म, पढ़ें रिपोर्ट



दरअसल, एचईसी के पदाधिकारियों को पिछले 13 महीनों से वेतन नहीं मिला है तो कर्मचारियों को पिछले 10 महीनों से वेतन नहीं दिया जा रहा है. इसको लेकर कर्मचारी कई बार विरोध प्रदर्शन कर चुके हैं. लेकिन कुछ होता न देख अब कर्मचारियों ने विरोध का नया तरीका अपनाया है. यहां के पदाधिकारियों और कर्मचारियों ने प्रबंधन के कान तक अपनी बात पहुंचाने के लिए अब एचईसी मुख्यालय के सामने पकौड़ी तलना शुरू कर दिया है, ताकि प्रबंधन अपने कर्मचारियों की खराब आर्थिक हालत पर गौर फरमाए और उन्हें वेतन दे.

देखें पूरी खबर
मुख्यालय के सामने पकौड़े तल रहे इंजीनियर्स ने बताया कि वेतन न मिलने से वह न तो बच्चे की पढ़ाई करा सकते हैं न ही घर का राशन खरीद सकते हैं. इससे उन्हें पकौड़े तलने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है. एचईसी मुख्यालय के सामने पकौड़े तलकर विरोध जता रहे इंजीनियर्स का कहना है कि एचईसी में काम करने वाले कई ऐसे इंजीनियर हैं जो आईआईटी और बीआईटी जैसे बड़े संस्थानओं से पढ़कर आए हैं और उनके अभिभावकों ने कभी भी नहीं सोचा होगा कि उनके बच्चे सड़क किनारे पकौड़ी तलेंगे.

लेकिन एचईसी के प्रबंधन ने इंजीनियर की ऐसी हालत कर दी है कि आज वह सड़क पर पकौड़े तलने को मजबूर हो गए हैं. पकौड़े तल रहे इंजीनियर ने कहा कि यदि भारत सरकार और एचईसी प्रबंधन उनके इस तरह के विरोध को देखकर भी कामगारों का वेतन नहीं देता है तो यह निश्चित रूप से दुर्भाग्यपूर्ण होगा.

रांची: वर्ष 1960 से 1990 तक एशिया का मातृ उद्योग के रूप में जाने जानी वाली एचईसी कंपनी के पुनर्जीवन की कोई सूरत नजर नहीं आ रही है. नतीजतन कंपनी के इंजीनियर वेतन नहीं मिलने की वजह से सड़क पर पकौड़े बेचते नजर आ रहे हैं (HEC Engineer Protests).

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दरअसल, एचईसी के पदाधिकारियों को पिछले 13 महीनों से वेतन नहीं मिला है तो कर्मचारियों को पिछले 10 महीनों से वेतन नहीं दिया जा रहा है. इसको लेकर कर्मचारी कई बार विरोध प्रदर्शन कर चुके हैं. लेकिन कुछ होता न देख अब कर्मचारियों ने विरोध का नया तरीका अपनाया है. यहां के पदाधिकारियों और कर्मचारियों ने प्रबंधन के कान तक अपनी बात पहुंचाने के लिए अब एचईसी मुख्यालय के सामने पकौड़ी तलना शुरू कर दिया है, ताकि प्रबंधन अपने कर्मचारियों की खराब आर्थिक हालत पर गौर फरमाए और उन्हें वेतन दे.

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मुख्यालय के सामने पकौड़े तल रहे इंजीनियर्स ने बताया कि वेतन न मिलने से वह न तो बच्चे की पढ़ाई करा सकते हैं न ही घर का राशन खरीद सकते हैं. इससे उन्हें पकौड़े तलने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है. एचईसी मुख्यालय के सामने पकौड़े तलकर विरोध जता रहे इंजीनियर्स का कहना है कि एचईसी में काम करने वाले कई ऐसे इंजीनियर हैं जो आईआईटी और बीआईटी जैसे बड़े संस्थानओं से पढ़कर आए हैं और उनके अभिभावकों ने कभी भी नहीं सोचा होगा कि उनके बच्चे सड़क किनारे पकौड़ी तलेंगे.

लेकिन एचईसी के प्रबंधन ने इंजीनियर की ऐसी हालत कर दी है कि आज वह सड़क पर पकौड़े तलने को मजबूर हो गए हैं. पकौड़े तल रहे इंजीनियर ने कहा कि यदि भारत सरकार और एचईसी प्रबंधन उनके इस तरह के विरोध को देखकर भी कामगारों का वेतन नहीं देता है तो यह निश्चित रूप से दुर्भाग्यपूर्ण होगा.

Last Updated : Nov 26, 2022, 7:08 PM IST
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