रांची: आईआईएम प्रदेश के युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाएगा. इसके लिए आईआईएम ने बिरसा मुंडा सेंटर फॉर ट्राइबल अफेयर्स की स्थापना की जा रही है.
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प्रशिक्षण के लिए 39 केंद्र बनकर तैयार
बिरसा मुंडा सेंटर फॉर ट्राइबल अफेयर्स के जरिये आदिवासी युवकों को प्रशिक्षित करने के लिए विभिन्न जिलों और ब्लॉक में लगभग 39 केंद्र बनाए गए हैं, जिसके संचालन के लिए प्रोग्राम मैनेजर को अनुबंध पर नियुक्त किए जाने की योजना है. प्रोग्राम मैनेजर की नियुक्ति 40 हजार रुपये प्रतिमाह के मानदेय पर एक साल के लिए की जाएगी और वे आईआईएम के एक सहायक कर्मचारी के रूप में काम करेंगे.
प्रोग्राम मैनेजर के लिए क्या है योग्यता?
प्रोग्राम मैनेजर पद पर वैसे अभ्यर्थियों की नियुक्ति की जाएगी जो पोस्ट ग्रेजुएट हों, जिनके पास 5 साल का प्रशासनिक अनुभव हो. झारखंड की संस्कृति और जमीनी स्तर की जानकारी हो, स्थानीय समुदाय के बीच रहने का अनुभव हो और जो क्षेत्र के आधार पर कार्यप्रणाली बनाने की जिम्मेदारी निभा सके.
क्या है तैयारी?
आईआईएम प्रबंधन की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक बिरसा मुंडा सेंटर फॉर ट्राइबल अफेयर्स को लेकर तैयारियां पूरी कर ली गई है, इसको लेकर प्रशासनिक स्तर पर भी कई योजनाएं बन चुकी हैं, और उम्मीद है जल्द ही इस पर अमल भी शुरू हो जाएगा.