रांची: होटवार स्थित बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा में बंद निलंबित सीनियर आईएएस पूजा सिंघल की तबीयत खराब होने के बाद उन्हें रिम्स लाया गया (Pooja Singhal admitted to RIMS). उन्हें सांस लेने में परेशानी हो रही है. पूजा सिंघल की रिम्स के ट्रॉमा सेंटर में जांच की गई. मेडिसिन के चिकित्सक ने उनकी जांच की और फिर उन्हें पेइंग वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया. उन्हें कमरा नंबर A-11 में रखा गया है.
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मनी लॉन्ड्रिंग मामले में आरोपी निलंंबित आईएएस पूजा सिंघल को साल 2022 जेल में ही रहकर काटना पड़ेगा. इतना ही नहीं नए साल का जश्न भी उन्हें जेल में ही मनाना पड़ेगा. उनकी जमानत याचिका पर सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई. जमानत याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने ईडी को नोटिस जारी किया है. 2 जनवरी को अब मामले की अगली सुनवाई होगी. बता दें कि 3 नवंबर को झारखंड हाई कोर्ट ने पूजा सिंघल की जमानत याचिका खारिज कर दी थी.
इसी वर्ष 6 मई को ईडी ने मनरेगा घोटाला में झारखंड की तत्कालीन खान सचिव पूजा सिंघल और उनके सहयोगियों के ठिकानों पर छापेमारी की थी. इस दौरान ईडी को 19.41 करोड़ मिले थे. जांच के बाद ईडी ने बताया कि जब्त पैसों में अधिकांश राशि राज्य के बड़े राजनीतिज्ञों और नौकरशाहों की है. इसके बाद आठ जुलाई को ईडी ने अवैध खनन के मामले में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा और उनके सहयोगियों के ठिकानों पर छापेमारी की थी. इस मामले में ईडी ने 19 जुलाई को पंकज मिश्रा को मास्टरमाइंड बताते हुए गिरफ्तार किया था.
बाद में ईडी ने 25 अगस्त को सत्ता के गलियारे में चर्चित रहे प्रेम प्रकाश, सीए जे जयपुरिया के ठिकानें पर छापेमारी की थी. इस दौरान प्रेम के यहां से सीएम हाउस में तैनात दो सिपाहियों की एके 47 व 60 कारतूस बरामद किए थे, जबकि जयपुरियार के यहां से संपत्ति व निवेश से जुड़े कच्चे कागजात व फाइलें बरामद की गई थीं. इसी मामले में एक आईएएस अफसर के दो करीबी और निसित केसरी और विशाल चौधरी के यहां भी ईडी ने छापेमारी की थी. वहीं ईडी ने सितंबर महीने में मुख्यमंत्री के प्रेस सलाहकार अभिषेक प्रसाद से भी तीन दिनों तक पूछताछ की थी.