रांची: बरसात के दिनों में राजधानी रांची सहित आसपास के इलाकों में घर में पानी घुस जाना आम बात है और इस तरह की परेशानी का सामना रांची के लोग हर साल करते हैं. इस समस्या का निदान कैसे होगा, इसको लेकर लोग हमेशा चिंतित रहते हैं. लेकिन टेक्नोलॉजी की इस दुनिया में कुछ भी नामुमकिन नहीं है.
आपने सुना होगा कि बड़े शहरों में पानी की समस्या से निदान के लिए मकान की लिफ्टिंग या शिफ्टिंग कराई जाती है. ठीक उसी तरह रांची में घर को जमीन की सतह उठाकर से जैक के माध्यम से लिफ्टिंग किया जा रहा है. रांची में इस तरह का काम पहली बार किया जा रहा है. ठेकेदार, कारीगर और घर के मालिक से बात की संवाददाता विजय गोप ने.
समस्या से निजात पाने के लिए लिफ्ट कराया मकान
राजधानी रांची के कांके रोड स्थित जगतपुरम कॉलोनी में बरसात के दिनों में घर में पानी घुसने की समस्या अमूमन हर साल देखने को मिलती है. इसी तरह की परेशानी से जूझ रहे एक घर के मालिक ने इससे निजात पाने के लिए घर को लिफ्ट कराने का प्लान बनाया. जैक के माध्यम से दो मंजिला मकान को जमीन की सतह से 4 फीट ऊपर कर दिया गया है और ईट, सीमेंट और बालू से काम किया जा रहा है.
कोई नुकसान हुआ तो कंपनी करेगी भरपाई
लिफ्टिंग करा रहे ठेकेदार ने बताया कि इस तरह का काम बड़े शहरों में पिछले 8 सालों से करते आ रहे हैं और रांची में यह पहला काम है. इस काम में किसी भी तरह का कोई रिस्क नहीं है. काम कराने से पहले घर के मालिक से एक लीगल एग्रीमेंट बनाते हैं कि किसी भी प्रकार का नुकसान होता है तो उसकी पूरी भरपाई कंपनी करेगी. पूरा काम इंजीनियर की देखरेख में किया जाता है. घर को लिफ्ट करने के साथ-साथ शिफ्ट भी किया जाता है. इसके लिए जो चार्ज है वह सिर्फ घर के मालिक को देना होता है.
8 फीट ऊंचा लिफ्ट करा रहे घर
घर के मालिक का कहना है कि 2014 में जब जमीन खरीद कर घर बनाई, उसके बाद से ही लगातार परेशानी हो रही थी. बरसात के दिनों में घर में पानी घुस जाता था. इसके कारण घर का पूरा सामान बर्बाद हो जाता था. यहां तक कि मेढक, चूहा, सांप, केकड़ा सब घर में डेरा डाल चुके थे और इसी डर से पूरे परिवार को ग्राउंड फ्लोर छोड़कर फर्स्ट फ्लोर में शिफ्ट होना पड़ा. इतना परेशान हो गए कि घर को बेचने की भी ठान ली. लेकिन जब यह पता चला कि घर की लिफ्टिंग की जा सकती है तो इस काम को करने वालों से संपर्क किया. घर को 8 फीट लिफ्ट किया जा रहा है. अभी सभी लोग फर्स्ट फ्लोर पर रह रहे हैं.