रांचीः मुख्यमंत्री आवास के पास सैकड़ों की संख्या में नवचयनित होमगार्ड के जवान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मिलने पहुंचे. संख्या देखकर पुलिस ने बिना मिले ही सभी को मोरहाबादी मैदान जाने को विवश कर दिया. थक हारकर होमगार्ड के चयनित जवान मोरहाबादी में ही डेरा डाल दिया.
पांच सालों पहले हुई थी नियुक्ति
होमगार्ड के जवानों ने बताया कि विगत 5 सालों से 1,029 चयनित होमगार्ड जवान अपनी ट्रेनिंग की प्रतीक्षा में हैं. ट्रेनिंग पूरी होने के बाद ही जवानों को शिफ्ट किया जाता है लेकिन अभी तक ट्रेनिंग शुरू नहीं हुई है, जबकि वेरीफिकेशन और मेधा सूची तैयार है. जनवरी में इन होमगार्डों ने सीएम से मुलाकात की थी, जहां सीएम ने ट्रेनिंग पूरी करवाने का आश्वासन भी दिया था, लेकिन 7 महीने बीत जाने के बाद भी ट्रेनिंग के लिए बुलाया नहीं गया है. इसकी जानकारी के लिए कई बार होमगार्ड जवानों ने विभागों के चक्कर भी लगाए थे, लेकिन थक हारकर सैकड़ों की संख्या में चयनित होमगार्ड के जवान सीएम से मिलने पहुंचे.
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एक तरफ जहां सहायक पुलिसकर्मी अपनी स्थाई नियुक्ति के लिए मोरहाबादी मैदान में तीन रोज से जमे हुए हैं, लेकिन वार्ता सफल नहीं हो पा रही है, जबकि 2015 में चयनित 1,029 होमगार्ड जवान की ट्रेनिंग पूरी नहीं हो पाई है. सरकार की ओर से बार-बार आश्वासन दिया जाता है कि नई नियुक्ति झारखंड में जल्द होगी. तब सवाल ये उठता है कि 5 सालों से विभाग की ओर से चयनित उम्मीदवारों की ट्रेनिंग नहीं हो रही है तब नियुक्ति कैसे होगी.