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रांची के बेड़ो का ऐतिहासिक हड़बोरी बूढ़ा जतरा मेला, पहान का महादानी मंदिर के शिखर पर चढ़कर नृत्य

रांची के बेड़ो का ऐतिहासिक हड़बोरी बूढ़ा जतरा मेला बुधवार देर रात संपन्न हर्ष और उल्लास के साथ संपन्न हो गया. इस मौके पर भगवान भोलेनाथ की परिक्रमा, आराधना व पहान के द्वारा मंदिर के गुंबद पर चढ़कर नृत्य करने की सामाजिक सांस्कृतिक परंपरा के साथ बेड़ो महादानी मंदिर परिसर में भारी संख्या में भक्तों की भीड़ मौजूद (Hadbori Budha Jatra Mela at Bero in Ranchi) रही.

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रांची
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Published : Nov 17, 2022, 6:38 AM IST

Updated : Nov 17, 2022, 8:42 AM IST

रांचीः जिला के बेड़ो में ऐतिहासिक वार्षिक हड़बोरी बूढ़ा जतरा का आयोजन हुआ. जिसमें बेड़ो लड्डू, अस्थिकलश का विसर्जन, शोभायात्रा व भगवान भोलेनाथ की परिक्रमा, आराधना व पहान के द्वारा मंदिर के गुंबद पर चढ़कर नृत्य करने की सामाजिक सांस्कृतिक परंपरा के साथ बेड़ो महादानी मंदिर परिसर में बुधवार देर रात संपन्न हो गया. सामाजिक उल्लास और भक्तिभाव से जतरा संपन्न (Hadbori Budha Jatra Mela at Bero in Ranchi) हुआ.

इसे भी पढ़ें- पड़हा जतरा का आयोजन, लकड़ी के बने हाथी, घोड़ा, शेर में निकाली गयी शोभायात्रा

इस दौरान मंदिर परिसर में बेड़ो, तेतरटोली, टिकराटोली, गायत्री नगर, अंबाटोली, करंजटोली, जामटोली व बारीडीह गांव के ग्रामीणों ने दीपकलश, झंडा, ढोल, ढाक, मांदर और नगाड़े के साथ शोभा यात्रा निकाली गया. ये यात्रा बेड़ो अखरा से शुरू होकर जामटोली रोड, गुमला रोड व लोहरदगा रोड होते हुए अपने-अपने खोड़हा के साथ परंपरागत नाच गान करते हुए महादानी मंदिर पहुंचा. इस दौरान शोभा यात्रा में शामिल लोगों ने नाच गान के साथ महादानी बाबा की परिक्रमा किया और उनके दरबार में मत्था टेका. इस मौके पर पुरोहित रवि पहान ने क्षेत्र में अमन चैन व सुख समृद्धि की कामना को लेकर महादानी बाबा की पूजा अर्चना व आराधना की. इसके बाद रवि पहान ने अपने हाथ पर आम्र पल्लव लेकर महादानी मंदिर के शिखर पर चढ़कर नृत्य किया. जो पर्व का आकर्षण और जनजातीय परंपरा का जीवंत और रोमांचक (Jatra Mela at Bero in Ranchi) रहा.

देखें वीडियो

ग्रामीणों के बीच यह आस्था है कि इस परंपरा से महादानी बाबा भगवान भोलेनाथ सभी ग्रामवासियों की मनोकामना को पूर्ण करते हैं. जिससे मानव जीवन में सुख समृद्धि बनी रहती है. इसके पूर्व खत्रीखटंगा व बेड़ो के सीमावर्ती कुंडी स्थल में बेड़ो, करंजटोली व हरिहरपुर जामटोली के जनजातीय समुदाय के लोगों ने अपने पूर्वजों की स्मृति में अस्थि कलश का विसर्जन भी किया. वहीं शाम के बाद महादानी मंदिर परिसर में मेला भी लगा. जहां ग्रामीणों ने ईख, शकरकंद व घरेलू सामानों की खरीदारी की. साथ ही जतरा के एक दिन पूर्व मंगलवार को रात में घर घर बेड़ो लड्डू के नाम पर चावल के आटा से बने पीठा का भोग मां भगवती के नाम निवेदित किया गया.

लोगों में यह आस्था है कि अपने खेतों में लगी फसल को काटने के बाद पहले भगवान भोलेनाथ महादानी बाबा व मां भगवती को भोग के रूप में निवेदित किया जाता है. मान्यता है कि इससे महादानी बाबा प्रसन्न होकर सुख समृद्धि का आशीर्वाद देते हैं, जिसे प्रसाद के रूप में ग्रामीण ग्रहण करते हैं. वहीं रानी गांव बारीडीह के लोगों ने राजा गांव बेड़ो के पहान, पुजार, महतो समेत अन्य लोगों का स्वागत झंडा बिछाकर और हुक्का-पानी देकर स्वागत किया. इस आयोजन को सफल बनाने में पहान बुधवा उरांव, मंगल पहान, पुजार पंचम तिर्की, छोटा पुजार शनिका उरांव, राकेश भगत, सुका उरांव, चरवा उरांव व बुदा पहान ने सराहनीय योगदान दिया.

रांचीः जिला के बेड़ो में ऐतिहासिक वार्षिक हड़बोरी बूढ़ा जतरा का आयोजन हुआ. जिसमें बेड़ो लड्डू, अस्थिकलश का विसर्जन, शोभायात्रा व भगवान भोलेनाथ की परिक्रमा, आराधना व पहान के द्वारा मंदिर के गुंबद पर चढ़कर नृत्य करने की सामाजिक सांस्कृतिक परंपरा के साथ बेड़ो महादानी मंदिर परिसर में बुधवार देर रात संपन्न हो गया. सामाजिक उल्लास और भक्तिभाव से जतरा संपन्न (Hadbori Budha Jatra Mela at Bero in Ranchi) हुआ.

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इस दौरान मंदिर परिसर में बेड़ो, तेतरटोली, टिकराटोली, गायत्री नगर, अंबाटोली, करंजटोली, जामटोली व बारीडीह गांव के ग्रामीणों ने दीपकलश, झंडा, ढोल, ढाक, मांदर और नगाड़े के साथ शोभा यात्रा निकाली गया. ये यात्रा बेड़ो अखरा से शुरू होकर जामटोली रोड, गुमला रोड व लोहरदगा रोड होते हुए अपने-अपने खोड़हा के साथ परंपरागत नाच गान करते हुए महादानी मंदिर पहुंचा. इस दौरान शोभा यात्रा में शामिल लोगों ने नाच गान के साथ महादानी बाबा की परिक्रमा किया और उनके दरबार में मत्था टेका. इस मौके पर पुरोहित रवि पहान ने क्षेत्र में अमन चैन व सुख समृद्धि की कामना को लेकर महादानी बाबा की पूजा अर्चना व आराधना की. इसके बाद रवि पहान ने अपने हाथ पर आम्र पल्लव लेकर महादानी मंदिर के शिखर पर चढ़कर नृत्य किया. जो पर्व का आकर्षण और जनजातीय परंपरा का जीवंत और रोमांचक (Jatra Mela at Bero in Ranchi) रहा.

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ग्रामीणों के बीच यह आस्था है कि इस परंपरा से महादानी बाबा भगवान भोलेनाथ सभी ग्रामवासियों की मनोकामना को पूर्ण करते हैं. जिससे मानव जीवन में सुख समृद्धि बनी रहती है. इसके पूर्व खत्रीखटंगा व बेड़ो के सीमावर्ती कुंडी स्थल में बेड़ो, करंजटोली व हरिहरपुर जामटोली के जनजातीय समुदाय के लोगों ने अपने पूर्वजों की स्मृति में अस्थि कलश का विसर्जन भी किया. वहीं शाम के बाद महादानी मंदिर परिसर में मेला भी लगा. जहां ग्रामीणों ने ईख, शकरकंद व घरेलू सामानों की खरीदारी की. साथ ही जतरा के एक दिन पूर्व मंगलवार को रात में घर घर बेड़ो लड्डू के नाम पर चावल के आटा से बने पीठा का भोग मां भगवती के नाम निवेदित किया गया.

लोगों में यह आस्था है कि अपने खेतों में लगी फसल को काटने के बाद पहले भगवान भोलेनाथ महादानी बाबा व मां भगवती को भोग के रूप में निवेदित किया जाता है. मान्यता है कि इससे महादानी बाबा प्रसन्न होकर सुख समृद्धि का आशीर्वाद देते हैं, जिसे प्रसाद के रूप में ग्रामीण ग्रहण करते हैं. वहीं रानी गांव बारीडीह के लोगों ने राजा गांव बेड़ो के पहान, पुजार, महतो समेत अन्य लोगों का स्वागत झंडा बिछाकर और हुक्का-पानी देकर स्वागत किया. इस आयोजन को सफल बनाने में पहान बुधवा उरांव, मंगल पहान, पुजार पंचम तिर्की, छोटा पुजार शनिका उरांव, राकेश भगत, सुका उरांव, चरवा उरांव व बुदा पहान ने सराहनीय योगदान दिया.

Last Updated : Nov 17, 2022, 8:42 AM IST
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