रांची: झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन के काफिले को रोकने के प्रयास और पथराव मामले की जांच के लिए गठित द्विस्तरीय समिति ने शनिवार को जांच की प्रक्रिया लगभग पूरी कर ली. जांच टीम जल्द ही अपनी रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंप देगी. जांच समिति में भू-राजस्व सचिव केके सोन और आईजी मानवाधिकार अखिलेश झा शामिल हैं.
अफसर बोले- पूर्व निर्धारित नहीं था हमला
शनिवार को जांच टीम ने रांची के डीसी, एसएसपी, एडीएम (लॉ एंड आर्डर), सिटी एसपी रांची, एसपी ट्रैफिक रांची, एसडीओ रांची, डीएसपी कंट्रोल रूम, प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी, सीएम के सुरक्षा प्रभारी, चार जनवरी को सीएम कारकेड के सुरक्षा प्रभारी, वायरलेस के तत्कालीन प्रभारी, सुखदेव नगर एवं कोतवाली थाना के थाना प्रभारी को सीसीआर (कंपोजिट कंट्रोल रूम) में पूछताछ के लिए बुलाया था. इस दौरान सभी से सीएम के काफिले पर हुए हमले को लेकर पूछताछ की गई. सभी अधिकारियों ने अपना-अपना पक्ष रखा. अधिकारियों ने जांच टीम के सदस्यों को बताया कि सीएम के कार्यक्रम पर हमला पूर्व निर्धारित नहीं था, अचानक भीड़ इकट्ठी हो गई जिसकी वजह से यह घटना हुई.
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सीसीटीवी फुटेज खंगाली, लिखित जवाब मांगे
जांच टीम ने सीएम के काफिले पर हमले वाले दिन का सीसीटीवी फुटेज भी कंट्रोल रूम में देखा. इस दौरान पुलिस की क्या भूमिका थी, इस पर भी गहराई से जांच की गई. जांच टीम ने रांची पुलिस से यह भी पूछा कि बिना अनुमति के शहर के मुख्य भाग में किसी प्रकार के प्रदर्शन आदि की जानकारी, उससे संबंधित विवरण को लेकर क्या-क्या कार्रवाई की गई है. वहीं कंट्रोल रूम से घटना के बाद किस तरह से संवाद का आदान-प्रदान किया गया, सीएम के कारकेड को कैसे भीड़ से निकाला गया. इन सभी को जानकारी लिखित रूप से मांगी गई. वहीं घटना वाले दिन यानी चार जनवरी को घटना के एक घंटा पूर्व तक आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज में संदिग्ध गतिविधियां दिखी हों तो उसे भी लिखित में बताया जाए.
भविष्य में ऐसी घटना न हो, इसकी तैयारियां पूछीं
जांच टीम में शामिल अधिकारियों ने रांची पुलिस के सभी विंग से यह सवाल भी किया है कि भविष्य में इस तरह की कोई घटना न घटे ,इसके लिए उनकी क्या तैयारियां हैं. साथ ही पुलिस की टीम को यह निर्देश दिया कि स्पेशल ब्रांच और रांची पुलिस के खुफिया तंत्र को कैसे मजबूत किया जाए. इसके अलावा ट्रैफिक पुलिस को भी कैसे पूरी तरह से अलर्ट रखा जाए.
क्या है मामला
गौरतलब है कि तीन जनवरी को ओरमंझी में एक युवती की सिर कटी लाश मिली थी और लड़की के शरीर पर कोई कपड़ा भी नहीं था. इसके बाद से लोग दुष्कर्म की अंदेशा जता रहे हैं. हालांकि अभी तक इस मामले को लेकर जांच रिपोर्ट नहीं आई है और न ही मृत युवती की पहचान हुई है. इसी घटना की आड़ में कुछ असामाजिक तत्वों ने सीएम के काफिले पर सोमवार को हमला कर दिया था. रांची के किशोर गंज चौक पर हुई वारदात में सीएम हेमंत सोरेन के काफिले की एक कार के शीशे भी तोड़ डाले थे, जिसके बाद सुरक्षाकर्मियों ने रूट डाइवर्ट कर सीएम हेमंत सोरेन को सुरक्षित उनके अवास तक पहुंचाया था. मामले में सुखदेवनगर और कोतवाली थाना प्रभारी पर करवाई करते हुए उन्हें लाइन क्लोज्ड कर दिया गया था.