रांची: झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन ने आंगनबाड़ी सेविकाओं की पुलिस से पिटाई मामले में पुलिस महानिदेशक के केएन चौबे को पत्र लिखा है. हेमंत सोरेन ने पूरे मामले की जांच की मांग की है, साथ ही लाठीचार्ज में शामिल पुलिसकर्मियों को बर्खास्त करने की भी मांग की है.
गुरुवार को डीजीपी को भेजे अपने पत्र में सोरेन ने कहा कि इसके अलावा घटनास्थल पर मौजूद पुलिस पदाधिकारी को भी निलंबित किया जाए. उन्होंने पुलिस प्रशासन की संवेदनशीलता पर सवाल उठाते हुए कहा कि महिला प्रदर्शनकारियों को संभालने के लिए महिला पुलिस कर्मियों की प्रतिनियुक्ति क्यों नहीं की गई.
इसे भी पढ़ें:- प्याज की बढ़ती कीमतों से लोगों को मिलेगी राहत, मंत्री सरयू राय ने सुविधा केंद्र का किया उद्घाटन
हेमंत सोरेन ने कहा कि लाठीचार्ज में घायल महिलाओं का इलाज तक नहीं कराई गई. उन्होंने कहा कि एक आंगनबाड़ी सेविका बसंती देवी का हाथ टूट गया लेकिन प्रशासन ने उनका भी इलाज नहीं करवाया. सोरेन ने कहा की इस बर्बर कार्रवाई के लिए कौन दोषी है इसकी जांच होनी चाहिए.
पुलिस ने किया था लाठीचार्ज
मंगलवार को आंदोलनरत आंगनबाड़ी सेविकाओं ने सीएम आवास के घेराव का कार्यक्रम रखा था. इस दौरान उनकी झड़प पुलिस से हुई और तैनात पुलिसकर्मियों ने आंदोलनरत महिला सेविकाओं पर लाठियां बरसाई थी. हालांकि, अभी तक इस मामले में किसी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई है.