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हेमंत सरकार के दो साल, जानिए कितने पास कितने फेल

29 दिसंबर को झारखंड में हेमंत सरकार के दो वर्ष पूरे हो रहे हैं. कार्यकाल का दो साल बीतने को है, इससे सरकार के कामकाज का आकलन होने लगा है कि दो साल में हेमंत सरकार कामकाज में कितना पास हुई और कितना फेल. जेएमएम मेनिफेस्टो और बाद के वादों पर पेश है पूरी रिपोर्ट

Hemant Sarkar assessment
हेमंत सरकार के दो साल
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Published : Dec 11, 2021, 8:47 PM IST

Updated : Dec 12, 2021, 8:01 AM IST

रांची: 29 दिसंबर को झारखंड में हेमंत सरकार के दो वर्ष पूरे हो रहे हैं. विधानसभा चुनाव 2019 में भाजपा को शिकस्त देकर झामुमो ने इसी दिन राज्य की कमान संभाली थी और झामुमो लीडर हेमंत सोरेन ने गठबंधन सरकार में मुख्यमंत्री बने थे. कार्यकाल का दो साल बीतने को है, इससे सरकार के कामकाज का आकलन होने लगा है. लोग झामुमो के चुनावी वादों पर भी नजर रखे हैं ताकि आकलन किया जा सके कि सरकार अपने वादों और इरादों पर कितना पास हुई और कितना फेल.

ये भी पढ़ें- ममता बनर्जी के पास विचारधारा नहीं, हेमंत भी भटकने लगे हैं रास्ता, किसानों की जीत से बदलेगी राजनीतिक हवा,बोलीं बृंदा करात

कांग्रेस और राजद के सहयोग से झारखंड में सरकार बनाने में सफल हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सरकार का एक साल पूरा होने पर ऐतिहासिक मोरहाबादी मैदान में 29 दिसंबर 2020 को कई घोषणाएं भी की थी. सरकार की इन घोषणाओं के भी एक वर्ष होने वाले हैं. उन पर भी पब्लिक नजर रखे हुए है. इधर, हेमंत सरकार अपने दो वर्ष के कार्यकाल पूरे होने पर उत्सव मनाने की तैयारी कर रही है. एक बार फिर 29 दिसंबर को मोरहाबादी मैदान में भव्य कार्यक्रम आयोजित करने की तैयारी की जा रही है. जिस दिन कई योजनाओं की शुरुआत तो कई के उद्घाटन की भी योजना है.

देखें स्पेशल रिपोर्ट
आइए जानते हैं हेमंत सरकार की टॉप-10 घोषणा और सरकार की प्रगति


बता दें कि हेमंत सरकार ने झारखंड में ट्राइबल यूनिवर्सिटी बनवाने का वादा किया था. इस दिशा में सरकार आगे नहीं बढ़ पाई है. हर जिले में मॉडल स्कूल खोलने की भी अभी शुरुआत ही हो पाई है. वहीं झामुमो ने चुनाव के दौरान जेपीएससी की छवि सुधारने का वादा किया था, लेकिन दो साल में ही जेपीएससी पर और दाग लग गए. नतीजतन झारखंड के जेपीएससी अभ्यर्थी आयोग के खिलाफ इन दिनों सड़क पर हैं. दूसरी योजनाओं का भी कमोबेश यही हाल है.

प्रुमख घोषणाएं और उसकी स्थिति

1. ट्राइबल यूनिवर्सिटी- नहीं बना

2. हर जिले में मॉडल स्कूल खोलने -शुरुआत हुई

3. जेपीएससी की छवि सुधारेंगे- नहीं सुधरा

4. जनवरी 2021 से जेपीएससी लगातार नियुक्ति प्रारंभ करेगी- नहीं शुरू हुआ

5. अनुबंधकर्मी की समस्या का समाधान होगा -नहीं हुआ

6. नई पर्यटन नीति बनाएंगे -नहीं बनी

7. मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा पारदेशीय छात्रवृत्ति योजना- शुरुआत हो गई

8. झारसेवा अभियान के तहत 15 दिन में मिलेगा जाति, आवासीय समेत विभिन्न प्रमाण पत्र- नहीं हो पा रहा है

9. राशन कार्ड जिनके पास नहीं है उन्हें भी मिलेगा राशन -शुरू हो गई योजना

10. रोजगार बर्ष 21 के तहत बड़े पैमाने पर होगी नियुक्ति -नहीं हुई


मंत्री दे रहे खूब नंबर

हेमंत सरकार के दो वर्षों के कामकाज पर मिलीजुली प्रतिक्रिया आ रही है. कोई पास कह रहा है तो कोई सरकार को हर मोर्चे पर विफल बता रहा है. सत्तारूढ़ दल सरकार के कामकाज की सराहना करते हुए तारीफ का पूल बांधते दिख रहे हैं. ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम ने हेमंत सरकार के कामकाज की सराहना करते हुए कहा है कि दो तीन काम सरकार ने ऐसे किए हैं जो ऐतिहासिक हैं. सरकार की ओर से यूनिवर्सल पेंशन योजना की शुरुआत की गई है और समस्याओं के निदान के लिए आपके अधिकार सरकार आपके द्वार जैसी योजना शुरू की गई है, जनता को इसका लाभ होने वाला है.

ग्रामीण विकास मंत्री ने कहा कि विभागों में नियमावली बदल कर झारखंड के युवाओं को आनेवाले समय में बड़े पैमाने पर रोजगार दिलाने की तैयारी है. कोरोना के कारण सरकार के कामकाज बाधित होने की बात कहते हुए विपक्ष के सवालों का जवाब सरकार के मंत्री देने में जुटे हैं.

विपक्ष बता रहा हर मोर्चे पर फेल

इधर विपक्ष सरकार की खामियां गिनाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा है. पूर्व सीएम और भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने हेमंत सरकार को हर मोर्चे पर फेल बताया है. उन्होंने राज्य में व्याप्त भ्रष्टाचार पर निशाना साधा है.

छात्र भी नाराज

इधर झारखंड हाईकोर्ट के अधिवक्ता राजीव कुमार और छात्र नेता मनोज कुमार ने भी सरकार के कामकाज पर असंतोष जाहिर किया है. इन लोगों ने वर्तमान सरकार पर जनता से किए गए वादों को पूरा करने में अब तक असफल रहने का आरोप लगाया है.

रांची: 29 दिसंबर को झारखंड में हेमंत सरकार के दो वर्ष पूरे हो रहे हैं. विधानसभा चुनाव 2019 में भाजपा को शिकस्त देकर झामुमो ने इसी दिन राज्य की कमान संभाली थी और झामुमो लीडर हेमंत सोरेन ने गठबंधन सरकार में मुख्यमंत्री बने थे. कार्यकाल का दो साल बीतने को है, इससे सरकार के कामकाज का आकलन होने लगा है. लोग झामुमो के चुनावी वादों पर भी नजर रखे हैं ताकि आकलन किया जा सके कि सरकार अपने वादों और इरादों पर कितना पास हुई और कितना फेल.

ये भी पढ़ें- ममता बनर्जी के पास विचारधारा नहीं, हेमंत भी भटकने लगे हैं रास्ता, किसानों की जीत से बदलेगी राजनीतिक हवा,बोलीं बृंदा करात

कांग्रेस और राजद के सहयोग से झारखंड में सरकार बनाने में सफल हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सरकार का एक साल पूरा होने पर ऐतिहासिक मोरहाबादी मैदान में 29 दिसंबर 2020 को कई घोषणाएं भी की थी. सरकार की इन घोषणाओं के भी एक वर्ष होने वाले हैं. उन पर भी पब्लिक नजर रखे हुए है. इधर, हेमंत सरकार अपने दो वर्ष के कार्यकाल पूरे होने पर उत्सव मनाने की तैयारी कर रही है. एक बार फिर 29 दिसंबर को मोरहाबादी मैदान में भव्य कार्यक्रम आयोजित करने की तैयारी की जा रही है. जिस दिन कई योजनाओं की शुरुआत तो कई के उद्घाटन की भी योजना है.

देखें स्पेशल रिपोर्ट
आइए जानते हैं हेमंत सरकार की टॉप-10 घोषणा और सरकार की प्रगति


बता दें कि हेमंत सरकार ने झारखंड में ट्राइबल यूनिवर्सिटी बनवाने का वादा किया था. इस दिशा में सरकार आगे नहीं बढ़ पाई है. हर जिले में मॉडल स्कूल खोलने की भी अभी शुरुआत ही हो पाई है. वहीं झामुमो ने चुनाव के दौरान जेपीएससी की छवि सुधारने का वादा किया था, लेकिन दो साल में ही जेपीएससी पर और दाग लग गए. नतीजतन झारखंड के जेपीएससी अभ्यर्थी आयोग के खिलाफ इन दिनों सड़क पर हैं. दूसरी योजनाओं का भी कमोबेश यही हाल है.

प्रुमख घोषणाएं और उसकी स्थिति

1. ट्राइबल यूनिवर्सिटी- नहीं बना

2. हर जिले में मॉडल स्कूल खोलने -शुरुआत हुई

3. जेपीएससी की छवि सुधारेंगे- नहीं सुधरा

4. जनवरी 2021 से जेपीएससी लगातार नियुक्ति प्रारंभ करेगी- नहीं शुरू हुआ

5. अनुबंधकर्मी की समस्या का समाधान होगा -नहीं हुआ

6. नई पर्यटन नीति बनाएंगे -नहीं बनी

7. मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा पारदेशीय छात्रवृत्ति योजना- शुरुआत हो गई

8. झारसेवा अभियान के तहत 15 दिन में मिलेगा जाति, आवासीय समेत विभिन्न प्रमाण पत्र- नहीं हो पा रहा है

9. राशन कार्ड जिनके पास नहीं है उन्हें भी मिलेगा राशन -शुरू हो गई योजना

10. रोजगार बर्ष 21 के तहत बड़े पैमाने पर होगी नियुक्ति -नहीं हुई


मंत्री दे रहे खूब नंबर

हेमंत सरकार के दो वर्षों के कामकाज पर मिलीजुली प्रतिक्रिया आ रही है. कोई पास कह रहा है तो कोई सरकार को हर मोर्चे पर विफल बता रहा है. सत्तारूढ़ दल सरकार के कामकाज की सराहना करते हुए तारीफ का पूल बांधते दिख रहे हैं. ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम ने हेमंत सरकार के कामकाज की सराहना करते हुए कहा है कि दो तीन काम सरकार ने ऐसे किए हैं जो ऐतिहासिक हैं. सरकार की ओर से यूनिवर्सल पेंशन योजना की शुरुआत की गई है और समस्याओं के निदान के लिए आपके अधिकार सरकार आपके द्वार जैसी योजना शुरू की गई है, जनता को इसका लाभ होने वाला है.

ग्रामीण विकास मंत्री ने कहा कि विभागों में नियमावली बदल कर झारखंड के युवाओं को आनेवाले समय में बड़े पैमाने पर रोजगार दिलाने की तैयारी है. कोरोना के कारण सरकार के कामकाज बाधित होने की बात कहते हुए विपक्ष के सवालों का जवाब सरकार के मंत्री देने में जुटे हैं.

विपक्ष बता रहा हर मोर्चे पर फेल

इधर विपक्ष सरकार की खामियां गिनाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा है. पूर्व सीएम और भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने हेमंत सरकार को हर मोर्चे पर फेल बताया है. उन्होंने राज्य में व्याप्त भ्रष्टाचार पर निशाना साधा है.

छात्र भी नाराज

इधर झारखंड हाईकोर्ट के अधिवक्ता राजीव कुमार और छात्र नेता मनोज कुमार ने भी सरकार के कामकाज पर असंतोष जाहिर किया है. इन लोगों ने वर्तमान सरकार पर जनता से किए गए वादों को पूरा करने में अब तक असफल रहने का आरोप लगाया है.

Last Updated : Dec 12, 2021, 8:01 AM IST
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