रांची: वर्ष 2022 का सबसे चर्चित मामला कोलकाता कैश कांड रहा. जिसमें झारखंड के नामी वकील राजीव कुमार और कारोबारी अमित अग्रवाल का नाम सामने आया था. मामले में जमानत मिलने के बाद दोनों ने डिस्चार्ज पिटीशन दायर की थी. इसी को लेकर ईडी की विशेष अदालत में शुक्रवार को सुनवाई हुई.
शुक्रवार को डिस्चार्ज पिटिशन पर ईडी की विशेष अदालत में सुनवाई हुई. सुनवाई को लेकर अधिवक्ता राजीव कुमार सशरीर ईडी की अदालत में पेश हुए थे. वहीं अमित अग्रवाल अधिवक्ता के माध्यम से कोर्ट में उपस्थित हुए. दोनों के डिस्चार्ज पिटीशन के खिलाफ ईडी ने जवाब दाखिल किया है. विशेष न्यायाधीश पीके शर्मा की अदालत ने जवाब सुनने के बाद विशेष न्यायाधीश ने 18 मार्च को सुनवाई की अगली तारीख दी है.
कांग्रेस विधायक कैश कांड के इस मामले में दोनों जेल से बाहर हैं. लेकिन इसके बाद खुद को कैश कांड के आरोप से मुक्त कराने के लिए 22 फरवरी को दोनों आरोपियों ने अदालत के समक्ष डिस्चार्ज पिटिशन दाखिल किया था. जिसपर शुक्रवार को आंशिक सुनवाई हुई और दोबारा 18 मार्च को भी मामले पर सुनवाई होगी. मिली जानकारी के अनुसार अमित अग्रवाल और अधिवक्ता राजीव कुमार पर आरोप गठन की बिंदू पर 31 मार्च को सुनवाई होगी.
क्या है मामलाः कोलकाता पुलिस के एआरएस विंग ने शहर के हैरिसन स्ट्रीट में स्थित व्यावसायिक परिसर से 31 जुलाई 2022 की रात को अधिवक्ता राजीव कुमार को गिरफ्तार किया था और मौके से उनके पास मौजूद 50 लाख नकद राशि भी जब्त की थी. इसके बाद उनके खिलाफ ईडी ने मनी लाउंड्रिंग का मामला दर्ज कराया था. अधिवक्ता राजीव कुमार पर कारोबारी अमित अग्रवाल ने आरोप लगाया था कि झारखंड हाई कोर्ट से जनहित याचिका वापस लेने के लिए राजीव कुमार ने उनसे 10 करोड़ रुपए की मांग की थी. इस मामले में व्यवसायी अमित अग्रवाल का नाम आने पर उनको भी आरोपी बनाया गया. हालांकि कारोबारी अमित अग्रवाल और अधिवक्ता राजीव कुमार को हाई कोर्ट से जमानत मिल गई है और दोनों जेल से बाहर हैं.