रांची: राजधानी रांची के बरियातू में सेना की जमीन को गलत तरीके से बेचे जाने के मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने अब तक 10 आरोपियों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेज दिया है. जेल में लंबा समय बिताने के बाद अब तीन आरोपी बेल के माध्यम से बाहर आना चाहते हैं. इसको लेकर रांची के ईडी कोर्ट में रांची के पूर्व डीसी छवि रंजन, अमित अग्रवाल और दिलीप घोष ने बेल के लिए अर्जी दाखिल की थी. जिस पर कोर्ट में सुनवाई की गई. सुनवाई के बाद ईडी कोर्ट के विशेष न्यायाधीश ने आरोपियों की जमानत याचिका को लेकर ईडी से जवाब मांगा है. कोर्ट की तरफ से सभी आरोपियों की जमानत याचिका को लेकर सुनवाई की अगली तारीख सात जुलाई मुकर्रर की गई है.
बेल पर संशय बरकरारः ईडी कोर्ट के विशेष सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अभी किसी भी आरोपी को बेल नहीं दिया जा सकता. क्योंकि पूरे मामले में और भी लोगों के नाम सामने आ सकते हैं. ऐसे में यदि लैंड स्कैम के आरोपियों को बेल दिया जाता है तो लैंड स्कैम में शामिल अन्य लोग सचेत हो सकते हैं. वहीं बाहर निकलने के बाद आरोपियों के द्वारा सबूत से छेड़छाड़ और इन्वेस्टिगेशन को प्रभावित किया जा सकता है. ऐसे में अब देखने वाली बात होगी कि पूर्व डीसी छवि रंजन, कारोबारी अमित अग्रवाल और दिलीप घोष के बेल को लेकर सात जुलाई को कोर्ट की तरफ से क्या फैसला सुनाया जाता है.
रांची में जमीन घोटाले मामले में ये आरोपी हैं जेल मेंः गिरफ्तार किए गए 10 आरोपियों में रांची के पूर्व उपायुक्त छवि रंजन के अलावा बड़गांई अंचल के सीआई भानु, जमीन कारोबारी प्रदीप बागची, अफसर अली, इम्तियाज खान, तलाह खान, मोहम्मद सद्दाम, फैसल खान, अमित अग्रवाल और दिलीप घोष का नाम शामिल हैं. ईडी कोर्ट में सुनवाई के बाद सभी आरोपियों को जेल भेज दिया गया है.