रांची: झारखंड के ग्रामीण इलाकों में कोरोना संक्रमण रोकने के उद्देश्य से 25 मई से शुरू डोर टू डोर हेल्थ स्क्रीनिंग अभियान 28 लाख 21 हजार 675 घरों तक पहुंच गया है. इन घरों में 1 करोड़ 40 लाख 33 हजार लोगों की हेल्थ स्क्रीनिंग की गई है. स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी में अब तक 94 हजार 88 लोगों की रैपिड एंटीजन टेस्ट की अनुशंसा जांच टीम ने की है और उसमें 88 हजार 547 संदिग्धों का रैपिड एंटीजन टेस्ट किया गया है. इसमें से 776 लोगों में कोरोना संक्रमण मिला है जिसमें 28 बच्चे हैं. 6 संक्रमित को स्थानीय कोविड केयर सेंटर में भर्ती किया गया है
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हेल्थ स्क्रीनिंग में कोरोना से ज्यादा मिल रहे हैं टीबी, बीपी और मधुमेह के मरीज
राज्य में अब तक 1 करोड़ 40 लाख से ज्यादा लोगों की हेल्थ स्क्रीनिंग में ग्रामीण इलाके में 10 हजार 74 टीबी के संदिग्ध मरीज, 69 हजार 603 मधुमेह के और 72 हजार 935 बीपी के मरीज मिले हैं. राज्य में कल 22 सेक्टर में सेवा देने वाले लोगों को हाई रिस्क ग्रुप में रखा था. उसमे बैंककर्मी और बीमाकर्मी शामिल नहीं थे. सोमवार को बैंककर्मी और बीमाकर्मियों को भी हाई रिस्क ग्रुप में शामिल कर लिया गया. अब उनका भी प्राथमिकता के आधार पर टीकाकरण हो सकेगा.
ब्लैक फंगस के दो और मरीज मिले
राज्य में दो और ब्लैक फंगस के मरीज मिलने के साथ ही ब्लैक फंगस के मरीजों की कुल संख्या बढ़कर 79 हो गयी है जिसमे 33 कंफर्म और 46 सस्पेक्टेड केस हैं. राज्य में अब तक 10 लोगों की जान ब्लैक फंगस से गई है जबकि 8 संक्रमित ठीक हुए हैं.
98 हजार से ज्यादा लोगों को होम आइसोलेशन किट
राज्य में कोरोना संक्रमित 98,970 मरीज जो होम आइसोलेशन में हैं उन्हें मुख्यमंत्री होम आइसोलेशन किट उपलब्ध कराया गया है. अभी तक 2 लाख 695 लोगों ने 104 पर कॉल कर चिकित्सीय सलाह ली है.