रांचीः पूर्व अंतरराष्ट्रीय जैवलिन थ्रो खिलाड़ी मारिया गोरती खलखो बेबसी की जिंदगी जीने को मजबूर हैं. इधर फिर उनकी तबीयत बिगड़ने लगी है और वे अपना इलाज नहीं करा पा रहीं हैं. इससे मारिया गोरती खोलको ने एक बार फिर सरकारी मदद की गुहार लगाई है.
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पूर्व खिलाड़ी के परिजनों ने बताया कि जैवलिन थ्रो खिलाड़ी मारिया गोरती खलखो की तबीयत एक बार फिर खराब हो गई है. राज्य सरकार बार-बार उन्हें सहायता पहुंचाने का आश्वासन देती रही है. लेकिन खेल विभाग की ओर से मुकम्मल व्यवस्था नहीं की जा रही है.
बताते चलें कि एक बार इस पूर्व खिलाड़ी को सरकारी मदद मिली थी. उस दौरान खिलाड़ी कल्याण कोष से एक लाख रुपये उन्हें दिया गया था और खेल विभाग की ओर से रिम्स में एडमिट करवाया गया था. थोड़ी तबीयत में सुधार हुआ तो उन्हें घर में शिफ्ट किया गया. लेकिन उनका इलाज चल रहा है और इलाज में काफी पैसे खर्च हो रहे हैं.
रांची से लगभग 20 किलोमीटर दूर नामकुम प्रखंड के सीधा टोली ग्रामीण क्षेत्र में वह अपनी बहन के घर पर रहती हैं .उनका एक फेफड़ा पूरी तरह खराब हो चुका है और इसके इलाज पर भारी भरकम रुपये खर्च हो रहे हैं. रोजाना चार से पांच हजार की दवा का खर्च है और वह सरकार से किसी तरह पेंशन शुरू करने की मांग कर रही हैं .हमारी टीम के साथ फोन के जरिए बातचीत के दौरान मारिया खोलको ने कहा कि वह सरकार से अपील करती हैं कि उन्हें जल्द से जल्द मदद पहुंचाई जाए.