रांचीः झारखंड विधानसभा सत्र के बाद सदन से बाहर निकले सूबे के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने एक बार फिर भाजपा पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने हिंदी और संस्कृत को शामिल करने पर उन्हें दिक्कत क्यों है.
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मंत्री ने कहा कि बीजेपी के लोगों को इससे दर्द क्यों हो रहा है, क्या वह अपने बेटे बेटियों की शादी नहीं करेंगे, क्या उन्हें महामृत्युंजय यज्ञ नहीं करना है यह क्यों नहीं बताते हैं. शुक्रवार को सदन में विधायकों, मंत्रियों, मुख्यमंत्री के वेतन बढ़ाये जाने की मांग उठने को लेकर भाजपा विधायक ने कहा कि पिछले छह वर्षों से माननीयों का वेतन नहीं बढ़ा है. इसलिए यह मांग उठी है.
108 एम्बुलेंस सेवा को लेकर विधायक ने सवाल किएः स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि शुक्रवार को सदन की कार्यवाही के दौरान एक विधायक ने एम्बुलेंस का मुद्दा उठाया है, इसकी जांच की जाएगी और जल्द ही ये एम्बुलेंस चलने लगेगी. उन्होंने कहा कि हम देश और समाज के लिए सोचते हैं. विधायकों के वेतन सुविधाएं बढ़ाये जाने की उठी मांग पर बन्ना गुप्ता ने कहा कि वह जनता के लिए सोचते हैं. उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि स्वास्थ्य विभाग में एमपीडब्ल्यू का मानदेय बढ़ा है.
अन्य प्रदेशों की तरह झारखंड में भी माननीयों के वेतन भत्ते के लिए बने कमिटी- भानुप्रताप शाहीः राज्य के पूर्व मंत्री और बीजेपी विधायक भानुप्रताप शाही ने कहा कि विधायकों, मंत्रियों, मुख्यमंत्री के वेतन भत्ते और सुविधाएं को लेकर समय समय पर आकलन कर रिपोर्ट देने के लिए कई राज्यों में कमिटी बनी हुई है. झारखंड में भी उसी तरह की कमिटी बनाई जाए, जो समय समय पर वेतन-भत्ते की बढ़ोत्तरी को लेकर अपनी रिपोर्ट स्पीकर को दें. जिससे माननीयों का वेतन समय समय पर महंगाई और जरूरत के हिसाब से बढ़ाने की अनुशंसा के साथ राज्य सरकार को निर्देशित किया जा सके. उन्होंने उम्मीद जताई कि जिस तरह से पहली बार विधायकों के वेतन और सुविधाएं बढ़ाये जाने पर मुख्यमंत्री ने सकारात्मक बयान दिया है, उससे लगता है कि जल्द विधायकों के वेतन बढ़ेंगे.