रांचीः राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने कहा है कि राज्य में टीबी उन्मूलन की दिशा में प्रतिबद्धता के साथ कार्य हो, सिर्फ औपचारिकता तक ही सीमित ना रहे. राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने शुक्रवार को राजभवन में प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान की समीक्षा के क्रम में अधिकारियों को कई दिशा निर्देश दिए. उन्होंने समस्याओं का समाधान करने का आदेश देते हुए टीबी उन्मूलन की दिशा में सीएसआर के तहत सक्रियता से कार्य करने पर जोर देते हुए कहा कि टीबी के मरीजों के उपचार के उपरांत उन्हें कौशल विकास का प्रशिक्षण देकर रोजगार उपलब्ध कराने की दिशा में प्रयास किया जाना चाहिए.
झारखंड में 30 हजार हैं टीबी मरीजः राजभवन में समीक्षा के दौरान राज्यपाल ने कहा कि झारखंड में 30 हजार टीबी के मरीज हैं. राज्य में टीबी उन्मूलन का संकल्प दोहराते हुए इस बार विश्व टीबी दिवस के अवसर पर यस वी कैन एंड टीबी का थीम रखा गया है. इस अवसर पर राज्यपाल ने कहा कि अतिरिक्त पोषाहार, स्वच्छता आदि के क्षेत्र में ध्यान देकर और लोगों को जागरूक कर टीबी का उन्मूलन निर्धारित लक्ष्य के पूर्व किया जा सकता है. उन्होंने कहा की टीम भावना से योजना का क्रियान्वयन इस तरह से करें कि झारखंड सर्वप्रथम टीबी मुक्त राज्य बने.
राज्यपाल ने निक्षय मित्र बैज का किय विमोचनः इस अवसर पर राज्यपाल ने क्यू आर कोड अंकित निक्षय मित्र बैज का विमोचन किया. गौरतलब है कि राज्य में लगभग 1800 नि-क्षय मित्र हैं जो टीबी उन्मूलन कार्य में लगे हुए हैं. निक्षय मित्र क्षेत्र में घूम-घूम कर टीबी के मरीजों का पता लगाते हैं और उन्हें गोद लेकर उनका समुचित इलाज कराने में मदद करते हैं. समीक्षा बैठक में राज्यपाल के प्रधान सचिव डॉ नितिन मदन कुलकर्णी, राष्ट्रीय परामर्शी डॉ डी धर्माराव, प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान के डॉक्टर आदित्य सूद, सीईओ विहारा इनोवेशन नेटवर्क दिल्ली के विवेक सरकार, टाटा स्टील फाउंडेशन के डॉ अनुज भटनागर, डॉक्टर रंजीत प्रसाद समेत कई उपस्थित थे.