रांची: राज्यपाल रमेश बैस ने सोमवार को रांची में एचईसी का दौरा किया. यहां उन्होंने एफएफप प्लांट में एलपीजी से चलने वाले फर्नेस का उद्घाटन किया. राज्यपाल रमेश बैस ने कहा कि कुछ दिन पहले ही एचईसी के अधिकारी उनके पास आए हुए थे. अधिकारियों ने एचईसी की समस्याओं को उनके सामने रखा था, जिसके बाद उन्होंने तय किया था कि एक बार एचईसी का दौरा कर वहां की वस्तुस्थिति को जानें, उसके बाद फिर कारखाने को आर्थिक लाभ देने के लिए संबंधित मंत्री एवं विभाग के लोगों से बातचीत करेंगे. इसी तहत उन्होंने एचईसी का दौरा किया है.
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राज्यपाल रमेश बैस ने एचईसी के कारखानों का दौरा करने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि उनका लंबा समय सक्रिय राजनीति में बीता है. इसके साथ ही वो 35 साल से वह कई पीएसयू के सदस्य और चेयरमैन रह चुके हैं. इसीलिए पीएसयू की वर्किंग को वह बेहतर ढंग से जानते हैं. उन्होंने कहा कि जब एचईसी के अधिकारी उनसे मिलने गए तो उन्होंने बताया कि एचईसी की आर्थिक स्थिति काफी खराब है और यह कारखाना बंद होने के कगार पर है. अधिकारियों की बात सुनते ही उन्होंने एचईसी का रिवाइवल के लिए सेंट्रल गवर्नमेंट को पत्र भी लिखा है. लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है. लेकिन अब वह एचईसी का भ्रमण करने के बाद सारी वास्तविक समस्या से अवगत हो चुके हैं. सभी जानकारियों को लेकर वह दिल्ली में भारी उद्योग मंत्रालय के मंत्री से मिलेंगे और जो भी अच्छा होगा एचईसी को बचाने का पूरा प्रयास करेंगे.
वहीं राज्यपाल एचईसी की मौजूदा स्थिति को लेकर मुख्यालय में अधिकारियों के द्वारा पेश किए गए प्रेजेंटेशन को देखा. प्रेजेंटेशन देखने के बाद राज्यपाल रमेश बैस ने कहा कि जिस प्रकार का प्रजेंटेशन दिखाया गया है, इससे तो यह प्रतीत होता है कि अगर थोड़ा सा प्रयास किया जाए तो कंपनी वर्किंग स्थिति में आ सकती है. इसके लिए वह दिल्ली जाने के बाद नीति आयोग के सदस्य और भारी उद्योग मंत्री से मुलाकात करेंगे. उनके सामने एचईसी के तीनों प्लांट को बचाने के लिए तीन विकल्प रखेंगे जिससे एचईसी के फिर से पुराने दिन लौट सकते हैं.
वहीं मार्केटिंग निदेशक डॉ. राणा एस. चक्रवर्ती ने कहा कि राज्यपाल के एचईसी भ्रमण के बाद यहां के कर्मचारियों में ऊर्जा का संचरण हुआ है. ऐसे में सभी उम्मीद करते हैं कि मातृ उद्योग एचईसी आने वाले समय में एनर्जी एफिशिएंसी कंपनी के रूप में उभर कर सामने आएगी. राज्यपाल के दौरे के बाद एचईसी में काम करने वाले कामगार और मजदूरों ने भी उम्मीद जताई है कि केंद्र सरकार की तरफ से एचईसी को आर्थिक लाभ दिया जाएगा ताकि यहां पर काम करने वाले मजदूरों के दिन भी फिर से खुशहाल हो सके. इस अवसर पर एचईसी के सीएमडी नलिन सिंघल (HEC CMD Nalin Singhal), निदेशक डॉ. राणा एस चक्रवर्ती, निदेशक एमके सक्सेना और अरुंधति पांड्या के अलावा कंपनी सचिव एके कंठ के साथ कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे.