रांचीः झारखंड के सरकारी स्कूलों को आदर्श विद्यालय और लीडर स्कूल योजना के तहत विकसित किया जाएगा. स्कूल ऑफ एक्सीलेंस के रूप विकसित करने के लिए स्कूलों को चयनित किया जा रहा है. इस योजना के पहले चरण में राज्य के 80 सरकारी स्कूलों को चयनित किया गया है. जिसे स्कूल ऑफ एक्सीलेंस के रूप में विकसित किया जाएगा. बता दें कि राज्य सरकार ने महत्वाकांक्षी योजना के तहत 4 हजार 416 स्कूलों को आदर्श स्कूल के रूप में विकसित किया जाएगा.
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स्कूल ऑफ एक्सीलेंस के रूप में विकसित होने वाले 80 स्कूलों में कक्षा एक से कक्षा 12वीं तक की पढ़ाई की सुविधा होगी. प्रत्येक स्कूलों में न्यूनतम एक हजार से 12 सौ विद्यार्थियों के शिक्षण की व्यवस्था की जाएगी. नामांकन चयन परीक्षा के आधार पर होगा. इन स्कूलों में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को अंग्रेजी बोलने का विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा. इसको लेकर लैंग्वेज लैब और स्पोकन इंग्लिश कोर्स के अलावे शिक्षक और प्रिंसिपल को भी प्रशिक्षण दिया जाएगा. वहीं, शिक्षकों के मूल्यांकन की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी.
इन स्कूलों में बेहतर आधारभूत संरचना के साथ साथ मूलभूत सुविधाएं, साइंस लैब, पुस्तकालय, डिजिटल क्लास रूम, कंप्यूटर की सुविधा, खेल आदि सुविधाएं मुहैया कराई जाएगी. बता दें कि राज्य के विभिन्न जिलों में 80 स्कूलों को चयनित किया गया है. इसमें रांची जिले के 5 स्कूल शामिल हैं. रांची के जिला स्कूल, बाल कृष्ण प्लस टू उच्च विद्यालय और बरियातू स्थित गवर्नमेंट गर्ल्स स्कूल का चयन लीडर स्कूल के रूप में किया गया है. इन स्कूलों को विकसित पर 488 करोड़ रुपये खर्च होंगे.
रांची के चयनित लीडर स्कूल में नवीनीकरण का काम तेजी से चल रहा है. जिला स्कूल और बरियातू गवर्नमेंट हाई स्कूल में कंस्ट्रक्शन का काम शुरू कर दिया गया है. शिक्षा विभाग के अधिकारी बताते हैं कि इन स्कूलों में वह सभी सुविधाएं रहेंगी जो एक निजी स्कूल में रहती हैं. उन्होंने कहा कि राज्य में 35 हजार 447 सरकारी स्कूलों में पढ़ाई करने वाले लगभग 45 लाख विद्यार्थियों को उत्कृष्ट शिक्षा उपलब्ध कराया जाएगा. इसको लेकर राज्य सरकार ने लीडर स्कूलों की तर्ज पर सभी स्कूलों को डेवलप करेंगी.