गिरिडीह: बाल विवाह के खिलाफ डीसी नमन प्रियेश लकड़ा के नेतृत्व में चलाये जा रहे जागरूकता अभियान का असर दिखा है. अब बच्चियां खुद ही ऐसी कुरीति के खिलाफ मुखर होकर सामने आ रही हैं. ऐसी ही 26 बच्चियों को जिला प्रशासन ने सम्मानित किया हैं.
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बाल विवाह का विरोध करने वाली बच्चियां सम्मानित: मंगलवार को बाल दिवस के मौके पर समाहरणालय में इन बच्चियों को सम्मानित किया गया. जिला समाज कल्याण विभाग की तरफ से आयोजित कार्यक्रम में प्रशिक्षु आईएएस दीपेश कुमारी, अपर समाहर्ता विल्सन भेंगरा, समाज कल्याण पदाधिकारी अलका हेंब्रम, कल्याण पदाधिकारी जयप्रकाश मेहरा, जिला जनसम्पर्क पदाधिकारी रश्मि सिन्हा समेत अन्य के हाथों इन बच्चियों को सम्मानित किया गया. इस दौरान बच्चियों के साथ इन्हें जागरूक करने में अहम भूमिका निभाने वाली संस्था के लोगों ने वह सब कहानी बतायी कि कैसे इनके द्वारा बाल विवाह का विरोध किया गया. यह भी बताया कि इन बच्चियों ने शिक्षा को पहली प्राथमिकता दी है. इनका कहना हैं कि पहले पढ़ाई फिर विदाई.
इस दौरान प्रशिक्षु आईएएस दीपेश कुमारी ने कहा कि बेटियों की पढ़ाई निहायत ही जरूरी हैं इसे सभी को समझना है और अब लोग समझ भी रहे हैं. कहा कि जिन बच्चियों ने बाल विवाह का विरोध किया वह निश्चित ही आगे जाकर करियर में न सिर्फ सफल होंगी बल्कि अपने कार्यों से लोगों को चुप भी कराएंगी. अपर समाहर्ता विल्सन भेंगरा ने भी इन बच्चियों की बहादुरी की तारीफ की. कहा कि हमें और आपको मिलकर बाल विवाह से होने वाले नुकसान की जानकारी हरेक अभिभावकों को देनी है.