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विवि गठन के 3 साल बाद डीएसपीएमयू में गर्ल्स हॉस्टल बनने की कवायद तेज, राज्य सरकार को सौंपा जाएगा प्रस्ताव - राज्य सरकार को सौंपा जाएगा प्रस्ताव

रांची में डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय में गर्ल्स हॉस्टल बनाने को लेकर कवायद तेज हो गई है. कुलपति एसएन मुंडा के साथ मिलकर प्रक्रिया तय कर ली गई है, सिंडिकेट ने भी इसे पारित कर दिया गया है. प्रस्ताव जल्द ही राज्य सरकार के पास भेजा जाएगा.

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डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय
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Published : Dec 9, 2020, 1:27 PM IST

रांची: डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय के गठन के 3 वर्ष बाद गर्ल्स हॉस्टल बनाने को लेकर कवायद तेज हो गई है. गवर्निंग बॉडी की ओर से गर्ल्स हॉस्टल निर्माण को लेकर हरी झंडी भी मिल गई है. सिंडिकेट ने भी इसे पारित कर दिया गया है. अब विश्वविद्यालय राज्य सरकार को प्रस्ताव भेजने की तैयारी कर रही है. ताकि विश्वविद्यालय में पढ़ने वाली छात्राओं को आवास के लिए कोई परेशानी ना हो.

देखें पूरी खबर
लॉज में रहने को मजबूर है छात्राएं
रांची विश्वविद्यालय के अलावा डीएसपीएमयू में बॉयज हॉस्टल पहले से ही बने हुए हैं. लेकिन छात्राओं के लिए गर्ल्स हॉस्टल की व्यवस्था विश्वविद्यालय में अबतक नहीं है. लगातार विद्यार्थियों की ओर से गर्ल्स हॉस्टल बनाने को लेकर मांग की जा रही थी. इस विश्वविद्यालय में पढ़ने वाली छात्राएं विभिन्न लॉज में रहने को मजबूर हैं और इसके लिए उन्हें लॉज प्रबंधकों को मोटी रकम देनी पड़ती है. जबकि डीएसपीएमयू में आर्थिक रूप से कमजोर विद्यार्थी ही पढ़ाई करती हैं. पढ़ाई से ज्यादा उनका खर्च राजधानी में रहने से ही हो जाता है. वहीं डीएसपीएमयू में सुदूर ग्रामीण क्षेत्र से छात्राएं काफी परेशानी उठाते हुए शहर पहुंचती हैं और क्लास करती हैं. इन परेशानियों को दूर करने के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से कदम बढ़ाया गया है.

इसे भी पढ़ें- रांचीः जरूरतमंदों को बांटे गए गर्म कपड़े, वन मिलियन स्माइल्स की सराहनीय पहल

जल्द ही राज्य सरकार को सौंपा जाएगा प्रस्ताव
डीएसपीएमयू के रजिस्ट्रार एके चौधरी ने बताया कि विश्वविद्यालय के प्रशासन की ओर से इस प्रस्ताव को सिंडिकेट में भेजा गया था. सिंडिकेट की बैठक में गर्ल्स हॉस्टल बनाने को लेकर रिपोर्ट तैयार की गई. इस रिपोर्ट को जल्द ही राज्य सरकार को भेजा जाएगा. इसकी पूरी प्रक्रिया कुलपति एसएन मुंडा के साथ मिलकर तय कर ली गई है. राज्य सरकार से हरी झंडी मिलते ही गर्ल्स हॉस्टल निर्माण की कवायद शुरू हो जाएगी. विद्यार्थियों को अब डीएसपीएमयू कैंपस में ही बेहतर आवासीय माहौल मिल सकेगा.

रांची: डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय के गठन के 3 वर्ष बाद गर्ल्स हॉस्टल बनाने को लेकर कवायद तेज हो गई है. गवर्निंग बॉडी की ओर से गर्ल्स हॉस्टल निर्माण को लेकर हरी झंडी भी मिल गई है. सिंडिकेट ने भी इसे पारित कर दिया गया है. अब विश्वविद्यालय राज्य सरकार को प्रस्ताव भेजने की तैयारी कर रही है. ताकि विश्वविद्यालय में पढ़ने वाली छात्राओं को आवास के लिए कोई परेशानी ना हो.

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लॉज में रहने को मजबूर है छात्राएं
रांची विश्वविद्यालय के अलावा डीएसपीएमयू में बॉयज हॉस्टल पहले से ही बने हुए हैं. लेकिन छात्राओं के लिए गर्ल्स हॉस्टल की व्यवस्था विश्वविद्यालय में अबतक नहीं है. लगातार विद्यार्थियों की ओर से गर्ल्स हॉस्टल बनाने को लेकर मांग की जा रही थी. इस विश्वविद्यालय में पढ़ने वाली छात्राएं विभिन्न लॉज में रहने को मजबूर हैं और इसके लिए उन्हें लॉज प्रबंधकों को मोटी रकम देनी पड़ती है. जबकि डीएसपीएमयू में आर्थिक रूप से कमजोर विद्यार्थी ही पढ़ाई करती हैं. पढ़ाई से ज्यादा उनका खर्च राजधानी में रहने से ही हो जाता है. वहीं डीएसपीएमयू में सुदूर ग्रामीण क्षेत्र से छात्राएं काफी परेशानी उठाते हुए शहर पहुंचती हैं और क्लास करती हैं. इन परेशानियों को दूर करने के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से कदम बढ़ाया गया है.

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जल्द ही राज्य सरकार को सौंपा जाएगा प्रस्ताव
डीएसपीएमयू के रजिस्ट्रार एके चौधरी ने बताया कि विश्वविद्यालय के प्रशासन की ओर से इस प्रस्ताव को सिंडिकेट में भेजा गया था. सिंडिकेट की बैठक में गर्ल्स हॉस्टल बनाने को लेकर रिपोर्ट तैयार की गई. इस रिपोर्ट को जल्द ही राज्य सरकार को भेजा जाएगा. इसकी पूरी प्रक्रिया कुलपति एसएन मुंडा के साथ मिलकर तय कर ली गई है. राज्य सरकार से हरी झंडी मिलते ही गर्ल्स हॉस्टल निर्माण की कवायद शुरू हो जाएगी. विद्यार्थियों को अब डीएसपीएमयू कैंपस में ही बेहतर आवासीय माहौल मिल सकेगा.

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