रांची: कांग्रेस के कद्दावर नेता और राज्य की पूर्व शिक्षा मंत्री गीताश्री उरांव ने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है. कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी को लिखे पत्र में गीताश्री उरांव ने पार्टी की नीतियों और आदिवासी हितों की उपेक्षा का आरोप लगाया है. फोन पर ईटीवी भारत से अपने इस्तीफे की पुष्टि करते हुए गीताश्री उरांव ने कहा कि झारखंड के लोगों के साथ अन्याय सिर्फ इसलिए नहीं सह सकती क्योंकि वह राष्ट्रीय पार्टी में हैं. उन्होंने कहा कि राज्य के क्षेत्रीय भाषा को लेकर कांग्रेस का स्टैंड सही नहीं है. मगही, मैथिली और भोजपुरी जैसी भाषाओं को लेकर गीताश्री उरांव का स्टैंड पार्टी के स्टैंड से अलग था.
इधर RPN के जाने के बाद नए प्रभारी संगठन को एकजुट करने की करते रहे कोशिश, उधर गीताश्री ने सोनिया को भेज दिया इस्तीफा - गीताश्री उरांव ने कांग्रेस से इस्तीफा दिया
कांग्रेस के कद्दावर नेता और राज्य की पूर्व शिक्षा मंत्री गीताश्री उरांव ने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है. कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी को लिखे पत्र में गीताश्री उरांव ने पार्टी की नीतियों और आदिवासी हितों की उपेक्षा का आरोप लगाया है.
रांची: कांग्रेस के कद्दावर नेता और राज्य की पूर्व शिक्षा मंत्री गीताश्री उरांव ने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है. कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी को लिखे पत्र में गीताश्री उरांव ने पार्टी की नीतियों और आदिवासी हितों की उपेक्षा का आरोप लगाया है. फोन पर ईटीवी भारत से अपने इस्तीफे की पुष्टि करते हुए गीताश्री उरांव ने कहा कि झारखंड के लोगों के साथ अन्याय सिर्फ इसलिए नहीं सह सकती क्योंकि वह राष्ट्रीय पार्टी में हैं. उन्होंने कहा कि राज्य के क्षेत्रीय भाषा को लेकर कांग्रेस का स्टैंड सही नहीं है. मगही, मैथिली और भोजपुरी जैसी भाषाओं को लेकर गीताश्री उरांव का स्टैंड पार्टी के स्टैंड से अलग था.