रांची: पूर्व विधायक और झारखंड के समाजवादी नेताओं में से एक गौतम सागर राणा ने फिर एक बार राष्ट्रीय जनता दल का दामन थाम लिया. शुक्रवार को पटना में राष्ट्रीय जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने गौतम सागर राणा को पार्टी की सदस्यता दिलाई. राष्ट्रीय जनता दल की ओर से गौतम सागर राणा को फिर से पार्टी में शामिल कराने को घर वापसी की संज्ञा दी जा रही है. राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश प्रवक्ता डॉ मनोज कुमार ने कहा कि राष्ट्रीय जनता दल के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रहे गौतम सागर राणा की घर वापसी से झारखंड में पार्टी को मजबूती मिलेगी और इसका लाभ चुनाव में इंडिया दलों को मिलेगा.
राष्ट्रीय जनता दल के प्रवक्ता डॉ मनोज कुमार ने बताया कि पटना में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के समक्ष गौतम सागर राणा ने राजद की सदस्यता ग्रहण की. सदस्यता ग्रहण करते समय बिहार प्रदेश राजद अध्यक्ष जगदानंद सिंह, राजद के राष्ट्रीय महासचिव भोला प्रसाद यादव, राजद के राष्ट्रीय महासचिव श्याम रजक, बिहार प्रदेश राष्ट्रीय जनता दल के प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव सहित कई नेता उपस्थित थे.
डॉ मनोज कुमार ने बताया कि 20 जनवरी 2024 को प्रदेश राजद कार्यालय में प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक होगी. उसी दिन रांची स्थित प्रदेश कार्यालय में गौतम सागर राणा का स्वागत होगा. उनके कई समर्थक भी उस दिन पार्टी की सदस्यता ग्रहण करेंगे. 20 जनवरी के कार्यक्रम में झारखंड प्रभारी व पूर्व केंद्रीय मंत्री जयप्रकाश नारायण यादव और राजद के राष्ट्रीय महासचिव भोला प्रसाद यादव भी उपस्थित रहेंगे.
गौतम सागर राणा की राजद में वापसी पर झारखंड के राजद नेताओं ने जताई खुशीः गौतम सागर राणा को पुराने समाजवादी नेता बताते हुए उनकी घर वापसी का राजद के पूर्व उपाध्यक्ष राजेश यादव, युवा राजद के अध्यक्ष रंजन कुमार, अनिता यादव, प्रधान महासचिव संजय प्रसाद यादव ने स्वागत किया है. उन्होंने कहा कि गौतम सागर राणा के अनुभव का लाभ पार्टी को मिलेगा.
गौरतलब हो कि 1977 में पहली बार बगोदर से गौतम सागर राणा जनता पार्टी से विधायक बने थे, विधान पार्षद भी रह चुके हैं. झारखंड बनने के बाद गौतम सागर राणा ने चार बार राष्ट्रीय जनता दल का प्रदेश अध्यक्ष के रूप में नेतृत्व किया. लेकिन इसके बीच यह भी एक सच्चाई है कि राज्य बनने के समय जदयू में रहे गौतम सागर राणा ने बाद में न सिर्फ अपनी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल लोकतांत्रिक बनाई बल्कि झारखंड के 23 वर्षों की राजनीति में गौतम सागर राणा, कई बार जदयू, राजद यहां तक कि भाजपा में भी कुछ दिन रहे. ऐसा माना जाता है कि वह लालू प्रसाद के बेहद करीबी और विश्वासपात्र नेताओं में से एक रहे हैं. यही वजह है कि जब अन्नपूर्णा देवी की झारखंड प्रदेश अध्यक्ष रहते भाजपा में शामिल होने की खबर लालू प्रसाद को मिली तब आनन फानन में उन्हें पद स हटाकर जिस व्यक्ति को लालू प्रसाद ने झारखंड राजद की कमान सौंपी वह गौतम सागर राणा ही थे. कुछ महीने पहले ही उन्होंने राजद छोड़ दी थी तब जे यह कयास लगाए जा रहे थे कि आगे अब गौतम सागर राणा क्या करेंगे.
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