रांची: राजधानी के सिंहमोड़ के पास एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया. जगन्नाथपुर के थाना प्रभारी ने बताया कि बिजली का केबल बिछाए जाने के दौरान गैस पाइप लाइन फट गया था. इसकी सूचना गेल कंपनी के अधिकारियों की दी गई. इसके बाद फौरन एक टीम पहुंची और लिकेज को बंद कर दिया. उन्होंने कहा कि चिंता वाली कोई बात नहीं है.
थाना प्रभारी के मुताबिक महज 10 मिनट के भीतर ही स्थिति पर नियंत्रण पा लिया गया था. लेकिन सच यह है कि गैस लिकेज होने से सिंहमोड़ के आसपास के इलाके में अफरा तफरी मच गई. जिस जगह पर पीएनजी पाइट फटा था, वहां एक मार्केट भी है. उसमें रेस्टूरेंट है. गैस इतनी तेजी से बाहर निकलने लगी कि लोग घबरा गये. आसपास के घरों में भी गैस की महक से लोग परेशान हो गये. अच्छी बात यह है कि उस दौरान कोई हादसा नहीं हुआ.
आपको बता दें कि रांची में गेल गैस लिमिटेड की तरफ से डोमेस्टिक पीएनजी पाइप लाइन बिछाया जा रहा है. रांची के कई इलाकों में पीएनजी सप्लाई भी हो रही है. सीधे किचन को गैस पाइप लाइन से जोड़ा जा रहा है. यह मीटर सिस्टम पर आधारित है. जितना गैस का खपत होगा, उसी हिसाब से उपभोक्ता को पेमेंट करना पड़ता है. तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास की पहल पर रांची में गैस पाईप लाइन प्रोजेक्ट को मंजूरी मिली थी.
फिलहाल राजधानी के मेकॉन कॉलोनी और अशोक नगर कॉलोनी में पीएनजी सप्लाई शुरू हो चुकी है. गेल का दावा है कि यह इको फ्रेंडली है. घर-घर पाइप लाइन पहुंचने से एलपीजी सिलेंडर की झंझट से मुक्ति मिल जाएगी. एलपीजी की तुलना में इस गैस को ज्यादा सुरक्षित माना जाता है. फिलहाल पीएनजी का रिटेल सेलिंग प्राइस 52.50 रु प्रति एससीएम है.