रांची: राजधानी में जमीन माफियाओं की मदद करने के लिए हर दिन एक नया गिरोह तैयार हो रहा है. गिरोह में शामिल अपराधी जमीन माफिया के इशारे पर वारदातों को अंजाम दे रहे हैं. ऐसे ही एक गिरोह के 3 शातिर अपराधियों को रांची के रातू इलाके से पुलिस ने गिरफ्तार किया है. जिनके पास से रिवाल्वर, पिस्टल और कट्टा सहित एक दर्जन से अधिक कारतूस बरामद किया गया है.
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गैंगस्टर कुणाल की हत्या में शामिल होने का शक
पुलिस ने जिन तीन अपराधियों को गिरफ्तार किया है, उनमें पलामू का ऋषिकांत उपाध्याय, रांची का विकास मुंडा और रोहित सिंह शामिल है. ऋषिकांत उपाध्याय पलामू के एक बड़े अपराधी का भाई है. मिल रही जानकारी के मुताबिक कुख्यात गैंगस्टर कुणाल सिंह की हत्या के मामले में पलामू पुलिस उसकी तलाश कर रही है. पलामू पुलिस की दबिश की वजह से ही ऋषिकांत जमशेदपुर भाग गया था और वह दो महीना पहले रांची लौटकर अपना गिरोह बनाने की कोशिश कर रहा था. रांची पुलिस की तरफ से ऋषिकांत की गिरफ्तारी की खबर पलामू पुलिस को दे दी गई है. जल्द ही पलामू पुलिस उससे पूछताछ करेगी.
कैसे गिरफ्तार हुए अपराधी
दरअसल रांची के सीनियर एसपी सुरेंद्र कुमार झा को यह जानकारी मिली थी कि इलाके में अवैध हथियार से लैस कुछ अपराधी किसी बड़े वारदात को अंजाम देने की योजना बना रहे हैं. जिसके बाद ग्रामीण एसपी नौशाद आलम के नेतृत्व में एक टीम का गठन कर रातू थाना क्षेत्र के एक घर में छापेमारी की गई. पुलिस को देखते ही तीनों युवक भागने की कोशिश करने लगे, जिन्हें पुलिसकर्मियों ने खदेड़ कर पकड़ लिया. पकड़े गए युवक ऋषिकांत उपाध्याय के पास से एक लोडेड पिस्टल, विकास मुंडा के पास से लोडेड कट्टा और रोहित के पास से एक रिवाल्वर बरामद किया गया है.
जमीन कारोबारियों से मांगते रंगदारी
रांची के ग्रामीण एसपी नौशाद आलम ने बताया कि गिरफ्तार अपराधियों ने रातू इलाके में जमीन कारोबारियों से रंगदारी मांगने के लिए खुद का गिरोह तैयार कर लिया था. तीनों वैसे जमीन माफियाओं के भी संपर्क में थे जो पैसे देकर जमीन पर कब्जा करवाते हैं.