रांची: गुरुवार को राजधानी रांची की शाम झारखंडी लोक संगीत और नृत्य से सराबोर रही. जी 20 देशों के प्रतिनिधियों ने झारखंड के नृत्य संगीत का जमकर लुफ्त उठाया. देश विदेश से आए प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के साथ झारखंड की संस्कृति को जाना और पहचाना.
विदेशी मेहमानो ने जमकर लुफ्त उठाया: गुरुवार की शाम को जी 20 सम्मेलन में आए विदेशी मेहमानों को झारखंड की संस्कृति से रूबरू होने का मौका मिला. रांची के होटल रेडिसन ब्लू में झारखंड के कलाकारों ने अपने पारंपरिक नृत्य से यहां की संस्कृति से विदेशी मेहमानों को परिचित कराते हुए शानदार प्रस्तुति दी. इस कार्यक्रम में सबसे पहले लोक नृत्य कलाकारों ने अपनी प्रस्तुिति दी. इस नृत्य को विदेशी मेहमानों ने काफी सराहा. नृत्य के बाद मांदर की थाप और नागाड़े के साथ करताल की त्रिवेणी में कुडुख भाषा में गीत गाया गया जो मेहमानों को काफी पसंद आया. लोकगायक नंद नायक की टीम की बेहतरीन प्रस्तुति पर मेहमानों ने खूब तालियां बजाई. इस कार्यक्रम में सीएम हेमंत सोरेन भी पहुंचे और इन्होंने देशी विदेशी मेहमानों से मुलाकात की और झारखंड के बारे में जानकारी दी. देर रात तक चले इस सांस्कृतिक कार्यक्रम में मद्धिम रोशनी के बीच विदेशी मेहमानों सहित देश के गणमान्य लोग मौजूद थे.
शुक्रवार को पतरातू जाएंगे डेलीगेट्स: शुक्रवार को जी 20 देशों से आए विदेशी मेहमान झारखंड के रामगढ़ जिले के पतरातू जाएंगे. वहां उनके आगमन को लेकर विशेष तैयारियां की गई है.
भारत की अध्यक्षता में जी 20 के तहत ऊर्जा के लिए सामग्री अनुसंधान पर रांची में दो दिनों की बैठक है. यह बैठक गुरुवार और शुक्रवार को होगी. जी 20 सम्मेलन में ऊर्जा सामग्री और उपकरणों से संबंधित 21 सदी की चुनैतियां और सौर ऊर्जा के उपयोग और फोटोलोस्टिक प्रौद्योगिकी पर चर्चा हुई.
जी 20 की बैठक में पर्यावरण संरक्षण और इसमें स्थिरता के लिए कार्बन उत्सर्जन कौ कैसे कम किया जाए इसपर चर्चा की. इसके अलावा सदस्य देशों के प्रतिनिधियों ने मिलकर ऊर्जा से संबंधितत चुनौतियों को हल करने के लिए सहमति जताई.