रांची: सीएम सिटी दुमका के 276 गांवों की तस्वीर बदलने वाली है. मसलिया प्रखंड के 204 और रानीश्वर प्रखंड के 72 गांवों के 22,283 हेक्टेयर कृषि भूमि में पाइपलाइन के जरिए खरीफ फसल की सिंचाई हो सकेगी.
मसलिया रानीश्वर मेगा लिफ्ट सिंचाई योजना के लिए 1204.37 करोड़ के प्राक्कलन को प्रशासनिक स्वीकृति मिल चुकी है. इस योजना के लिए मुरगुनी गांव के पास नदी के दोनों तरफ बांध के साथ-साथ बराज का निर्माण किया जाएगा. इस दौरान इस बात पर विशेष ध्यान रखा जाएगा कि कम से कम इलाका जलमग्न क्षेत्र के दायरे में आए. बराज बनने के बाद मोटर पंप से पानी को लिफ्ट कर पाइपलाइन के जरिए सिंचित क्षेत्र में चकवार सिंचाई की सुविधा उपलब्ध करायी जाएगी. अगर किसी साल ज्यादा बारिश होगी और खेतों में पटवन की कम जरूरत पड़ेगी तो शेष वर्षाजल को डायवर्ट कर आसपास के तालाबों तक पहुंचाया जाएगा. ऐसा होने से गांवों के लोगों के साथ-साथ मवेशियों के लिए पानी रिजर्व रहेगा.
इस पूरे प्रोजेक्ट को तीन साल के भीतर पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है. आपको बता दें कि 19 जनवरी 2022 को हुई कैबिनेट की मीटिंग में इस प्रस्ताव पर मुहर लगी है. इस योजना के धरातल पर उतरने से खरीफ फसल के लिए 276 गांवों के किसानों की वर्षाजल पर निर्भरता खत्म हो जाएगी. पाइपलाइन से सिंचाई की सुविधा मिलने पर धान की उपज बढ़ेगी, जिसका सीधा फायदा किसानों को होगा. प्रस्तावित मसलिया रानीश्वर मेगा लिफ्ट सिंचाई योजना को लेकर जल संसाधन विभाग ने मैप भी जारी किया है. इसके जरिए बताया गया है कि इस प्रोजेक्ट के पूरा होने पर संबंधित इलाके की तस्वीर कैसी होगी.