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मेजर ध्यानचंद अवार्ड के लिए पूर्व ओलंपियन मनोहर टोपनो ने दिया आवेदन, कहा- खुद पर है भरोसा - मेजर ध्यानचंद अवार्ड के लिए पूर्व ओलंपियन मनोहर टोपनो ने दिया आवेदन

झारखंड के पूर्व ओलंपियन और भारतीय हॉकी टीम के सदस्य मनोहर टोपनो ने भारत का सर्वोत्तम खेल पुरस्कार मेजर ध्यानचंद अवार्ड को लेकर आवेदन दिया है. इन्हें पूरा विश्वास है कि इस साल झारखंड से यह अवार्ड उनको ही मिलेगा.

मेजर ध्यानचंद अवार्ड के लिए पूर्व ओलंपियन मनोहर टोपनो ने दिया आवेदन
Former Olympian Manohar Topno applied for Major Dhyanchand Award
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Published : Jun 23, 2020, 2:21 PM IST

रांची: पूर्व ओलंपियन मनोहर टोपनो ने ध्यानचंद पुरस्कार के लिए आवेदन दिया है. हर साल भारत का सर्वोच्च खेल पुरस्कार मेजर ध्यानचंद अवार्ड भारत सरकार के खेल मंत्रालय की ओर से दिया जाता है. यह अवार्ड किसी भी खिलाड़ी के जीवन भर के कार्यों को गौरवान्वित करता है. कई बड़े टूर्नामेंट के साथ-साथ ओलंपिक में खेलने वाले मनोहर टोपनो को पूरा विश्वास है कि उन्हें इस साल झारखंड से यह अवार्ड जरूर मिलेगा.

देखें पूरी खबर

सर्वोत्तम खेल पुरस्कार मेजर ध्यानचंद अवार्ड
झारखंड के पूर्व ओलंपियन और भारतीय हॉकी टीम के सदस्य मनोहर टोपनो ने भारत का सर्वोत्तम खेल पुरस्कार मेजर ध्यानचंद अवार्ड को लेकर आवेदन दिया है. मिनिस्ट्री ऑफ यूथ अफेयर्स एंड स्पोर्ट्स डिपार्टमेंट मई महीने में ही ध्यानचंद अवार्ड के लिए योग्य उम्मीदवार खिलाड़ियों से आवेदन मांगा था. इसी आवेदन के आधार पर अपनी तमाम उपलब्धियों को लेकर रांची के रहने वाले मनोहर टोपनो ने ध्यानचंद अवार्ड के लिए आवेदन दिया है.

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भारतीय हॉकी टीम का खिलाड़ी मनोहर टोपनो

ईटीवी भारत की टीम ने मनोहर टोपनो से खास बातचीत की है. इस दौरान उन्होंने कहा है कि उन्हें पूरा विश्वास है कि इस साल मेजर ध्यानचंद अवार्ड उन्हें जरूर मिलेगा. हालांकि, अंतिम निर्णय सिलेक्शन कमिटी को ही लेना है. उसके बाद ही यह स्पष्ट होगा कि किस आधार पर इस अवार्ड को दिया जा रहा है. विभाग की ओर से रखे गए शर्त अहर्ता को भी पूर्व ओलंपियन मनोहर टोपनो का प्रोफाइल पूरा कर रहा है. मनोहर टोपनो का कहना है कि कई विकट परिस्थितियों के बावजूद हॉकी को उन्होंने नहीं छोड़ा और पारिवारिक आर्थिक तंगी भी अपने लक्ष्य को पूरा करने में रोक नहीं सका. अंततः विश्व के कई देशों में हॉकी खेला और भारतीय हॉकी टीम का एक मजबूत खिलाड़ी के रूप में अपने देश का प्रतिनिधित्व भी किया.

मनोहर टोपनो की उपलब्धियां

  • फर्स्ट एशिया कप करांची में पाकिस्तान के खिलाफ 1982 में खेला, जिसमें सिल्वर मेडल मिला.
  • 9th एशियन गेम्स दिल्ली में 1982 में खेला, जिसमें सिल्वर मेडल मिला.
  • फोर्थ चैंपियन ट्रॉफी एम्सटेलवीन हॉलैंड में 1982 में खेला, जिसमें ब्रोंज मेडल मिला.
  • एस्सानडा इंटरनेशनल हॉकी टूर्नामेंट ऑस्ट्रेलिया में 1982 में खेला, जिसमें सेकंड पोजिशन पर रहें.
  • 5th चैंपियंस ट्रॉफी पाकिस्तान के कराची में 1983 में खेला.
  • 4th नेशनल टूर्नामेंट जर्मनी के बर्लिन में 1984 में खेला.
  • सेकंड एशिया कप बांग्लादेश के ढाका में 1985 में खेला, जिसमें सिल्वर मेडल मिला.
  • 4th नेशन टूर्नामेंट इंग्लैंड के लंदन में 1985 में खेला.
  • ओलंपिक गेम्स यूएसए के लॉस एंजिल्स में 1984 में खेला.
  • सेकंड इंदिरा गांधी इंटरनेशनल गोल्ड कप हॉकी टूर्नामेंट लखनऊ में 1988 में हिस्सा लिया. इसके अलावा और भी कई इंटरनेशनल टूर्नामेंट इनके नाम है, जिसमें उन्होंने बेहतरीन प्रदर्शन कर भारत का नाम रोशन किया है.

ये भी पढ़ें-सीएम हेमंत सोरेन का बाबूलाल मरांडी पर पलटवार, कहा- नया नया मुल्ला प्याज बहुत खाता है

क्या है ध्यानचंद अवॉर्ड
ध्यानचंद पुरस्कार खेल मंत्रालय की ओर से दिया जाने वाला वार्षिक पुरस्कार है. भारत का सर्वोत्तम खेल पुरस्कार के रुप में ध्यानचंद अवार्ड को रखा गया है. जो किसी भी खिलाड़ी के जीवन भर के काम को गौरवान्वित करता है. यह देश का सर्वोच्च लाइफटाइम पुरस्कार है. यह पुरस्कार केवल ओलंपिक खेलों, पैरा ओलंपिक खेलों, एशियाई खेलों, राष्ट्रमंडल खेलों, विश्व चैंपियनशिप और विश्व कप जैसे क्रिकेट, स्वदेशी खेल और पैरा स्पोर्ट्स में शामिल व्यक्तियों को ही दिया जाता है. ध्यानचंद पुरस्कार की स्थापना साल 2002 में की गई थी. 2002 से खेल और युवा मंत्रालय की ओर से यह पुरस्कार हर साल प्रदान किया जाता है. इस सम्मान के लिए विजेताओं का चयन मंत्रालय की ओर से गठित एक समिति करती है और उनके सक्रिय खेल कार्यकाल के दौरान और सेवानिवृत्त के बाद खेल के प्रति उनके योगदान के लिए किया जाता है. इस पुरस्कार का नाम प्रसिद्ध भारतीय फील्ड हॉकी खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद के नाम पर रखा गया है.

रांची: पूर्व ओलंपियन मनोहर टोपनो ने ध्यानचंद पुरस्कार के लिए आवेदन दिया है. हर साल भारत का सर्वोच्च खेल पुरस्कार मेजर ध्यानचंद अवार्ड भारत सरकार के खेल मंत्रालय की ओर से दिया जाता है. यह अवार्ड किसी भी खिलाड़ी के जीवन भर के कार्यों को गौरवान्वित करता है. कई बड़े टूर्नामेंट के साथ-साथ ओलंपिक में खेलने वाले मनोहर टोपनो को पूरा विश्वास है कि उन्हें इस साल झारखंड से यह अवार्ड जरूर मिलेगा.

देखें पूरी खबर

सर्वोत्तम खेल पुरस्कार मेजर ध्यानचंद अवार्ड
झारखंड के पूर्व ओलंपियन और भारतीय हॉकी टीम के सदस्य मनोहर टोपनो ने भारत का सर्वोत्तम खेल पुरस्कार मेजर ध्यानचंद अवार्ड को लेकर आवेदन दिया है. मिनिस्ट्री ऑफ यूथ अफेयर्स एंड स्पोर्ट्स डिपार्टमेंट मई महीने में ही ध्यानचंद अवार्ड के लिए योग्य उम्मीदवार खिलाड़ियों से आवेदन मांगा था. इसी आवेदन के आधार पर अपनी तमाम उपलब्धियों को लेकर रांची के रहने वाले मनोहर टोपनो ने ध्यानचंद अवार्ड के लिए आवेदन दिया है.

ये भी पढ़ें-टाटा संस के चेयरमैन चंद्रशेखरन आरबीआई के निदेशक बने

भारतीय हॉकी टीम का खिलाड़ी मनोहर टोपनो

ईटीवी भारत की टीम ने मनोहर टोपनो से खास बातचीत की है. इस दौरान उन्होंने कहा है कि उन्हें पूरा विश्वास है कि इस साल मेजर ध्यानचंद अवार्ड उन्हें जरूर मिलेगा. हालांकि, अंतिम निर्णय सिलेक्शन कमिटी को ही लेना है. उसके बाद ही यह स्पष्ट होगा कि किस आधार पर इस अवार्ड को दिया जा रहा है. विभाग की ओर से रखे गए शर्त अहर्ता को भी पूर्व ओलंपियन मनोहर टोपनो का प्रोफाइल पूरा कर रहा है. मनोहर टोपनो का कहना है कि कई विकट परिस्थितियों के बावजूद हॉकी को उन्होंने नहीं छोड़ा और पारिवारिक आर्थिक तंगी भी अपने लक्ष्य को पूरा करने में रोक नहीं सका. अंततः विश्व के कई देशों में हॉकी खेला और भारतीय हॉकी टीम का एक मजबूत खिलाड़ी के रूप में अपने देश का प्रतिनिधित्व भी किया.

मनोहर टोपनो की उपलब्धियां

  • फर्स्ट एशिया कप करांची में पाकिस्तान के खिलाफ 1982 में खेला, जिसमें सिल्वर मेडल मिला.
  • 9th एशियन गेम्स दिल्ली में 1982 में खेला, जिसमें सिल्वर मेडल मिला.
  • फोर्थ चैंपियन ट्रॉफी एम्सटेलवीन हॉलैंड में 1982 में खेला, जिसमें ब्रोंज मेडल मिला.
  • एस्सानडा इंटरनेशनल हॉकी टूर्नामेंट ऑस्ट्रेलिया में 1982 में खेला, जिसमें सेकंड पोजिशन पर रहें.
  • 5th चैंपियंस ट्रॉफी पाकिस्तान के कराची में 1983 में खेला.
  • 4th नेशनल टूर्नामेंट जर्मनी के बर्लिन में 1984 में खेला.
  • सेकंड एशिया कप बांग्लादेश के ढाका में 1985 में खेला, जिसमें सिल्वर मेडल मिला.
  • 4th नेशन टूर्नामेंट इंग्लैंड के लंदन में 1985 में खेला.
  • ओलंपिक गेम्स यूएसए के लॉस एंजिल्स में 1984 में खेला.
  • सेकंड इंदिरा गांधी इंटरनेशनल गोल्ड कप हॉकी टूर्नामेंट लखनऊ में 1988 में हिस्सा लिया. इसके अलावा और भी कई इंटरनेशनल टूर्नामेंट इनके नाम है, जिसमें उन्होंने बेहतरीन प्रदर्शन कर भारत का नाम रोशन किया है.

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क्या है ध्यानचंद अवॉर्ड
ध्यानचंद पुरस्कार खेल मंत्रालय की ओर से दिया जाने वाला वार्षिक पुरस्कार है. भारत का सर्वोत्तम खेल पुरस्कार के रुप में ध्यानचंद अवार्ड को रखा गया है. जो किसी भी खिलाड़ी के जीवन भर के काम को गौरवान्वित करता है. यह देश का सर्वोच्च लाइफटाइम पुरस्कार है. यह पुरस्कार केवल ओलंपिक खेलों, पैरा ओलंपिक खेलों, एशियाई खेलों, राष्ट्रमंडल खेलों, विश्व चैंपियनशिप और विश्व कप जैसे क्रिकेट, स्वदेशी खेल और पैरा स्पोर्ट्स में शामिल व्यक्तियों को ही दिया जाता है. ध्यानचंद पुरस्कार की स्थापना साल 2002 में की गई थी. 2002 से खेल और युवा मंत्रालय की ओर से यह पुरस्कार हर साल प्रदान किया जाता है. इस सम्मान के लिए विजेताओं का चयन मंत्रालय की ओर से गठित एक समिति करती है और उनके सक्रिय खेल कार्यकाल के दौरान और सेवानिवृत्त के बाद खेल के प्रति उनके योगदान के लिए किया जाता है. इस पुरस्कार का नाम प्रसिद्ध भारतीय फील्ड हॉकी खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद के नाम पर रखा गया है.

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