रांचीः झारखंड के पूर्व स्वास्थ्यमंत्री सह भाजपा विधायक भानु प्रताप शाही ने राज्य में एक बार फिर कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामले और H3N2 के केस मिलने को अलार्मिंग स्थिति करार दिया है. भानु प्रताप शाही ने कहा कि सोमवार को जब विधानसभा में बजट सत्र के दौरान स्वास्थ्य बजट को लेकर परिचर्चा होगी, तब सरकार से तैयारियों की जानकारी मांगी जाएगी. उन्होंने कहा कि नियोजन नीति में सरकार फेल रही है. इसलिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को इस्तीफा दे देना चाहिए.
राज्य में H3N2 इन्फ्लूएंजा वायरस जांच की व्यवस्था नहींः उन्होंने कहा कि 20 मार्च को मैं सदन में कोरोना और H3N2 इन्फ्लूएंजा वायरस के नए वेरिएंट की जांच के लिए राज्य में क्या व्यवस्था सरकार ने की है इस मामले को लेकर प्रश्न करूंगा. पूर्व स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि जहां तक उनकी जानकारी है, राज्य में इन्फ्लूएंजा वायरस के नए वेरिएंट की जांच की कोई व्यवस्था नहीं है. उन्होंने कहा कि राज्य में स्वास्थ्य सेवा दुखद स्थिति में है.
स्वास्थ्य मंत्री का स्वास्थ्य सुधर रहा है, जनता का हेल्थ बिगड़ रहा हैः पूर्व स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि कांग्रेस जिसे क्रांतिकारी स्वास्थ्य मंत्री बता रही है, उनका स्वास्थ्य सुधर रहा है और झारखंड का स्वास्थ्य खराब हो रहा है. राज्य का स्वास्थ्य महकमा चिरनिंद्रा में है और जनता सहमी हुई है. उन्होंने कहा कि बन्ना गुप्ता कितने क्रांतिकारी स्वास्थ्य मंत्री हैं कि तीन वर्ष के अपने कार्यकाल में सदर अस्पताल रांची के नए भवन को पूरी तरह शुरू नहीं करा सके हैं और तो और जमशेदपुर में अपने क्षेत्र के अस्पतालों में भी डॉक्टर उपलब्ध नहीं करवा सके हैं. भानु प्रताप शाही ने कहा कि राज्य के तीन नए मेडिकल कॉलेज पलामू, दुमका और हजारीबाग में विभागों में सिर्फ एचओडी हैं. ना डॉक्टर हैं, ना नर्स और ना ही पारा मेडिकल स्टाफ.
मुख्यमंत्री अपने मंत्री-विधायकों को दौड़ने का अभ्यास कराएंः पूर्व स्वास्थ्य मंत्री भानु प्रताप शाही ने कहा कि वह और पूरी भाजपा युवाओं के साथ खड़ी है. उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन तीन-तीन नियोजन नीति लाएं, लेकिन सभी फेल हो गई. सरकार के तीन साल में सिर्फ 357 लोगों को नौकरी दी गई. ऐसे में अच्छा होगा कि मुख्यमंत्री खुद इस्तीफा देकर हट जाएं या फिर अपने विधायक-मंत्रियों को हर दिन 10-10 किलोमीटर दौड़ाने का अभ्यास कराएं. ऐसा इसलिए, क्योंकि अगले चुनाव में राज्य के युवा और बेरोजगार इनके मंत्री और विधायकों को गांव-गांव से दौड़ाने वाले हैं. उन्होंने कहा कि सोमवार को अलग-अलग संगठनों ने नियोजन के मुद्दे पर विधानसभा घेराव का भी कार्यक्रम रखा है, जिसका मैं नैतिक समर्थन करता हूं.